Anger Over Power Cuts : अघोषित बिजली कटौती से नाराज विधायक ने अफसरों से बदले की ठान ली। गुस्साए विधायक ने ऊर्जा निगम के तीन बड़े अधिकारियों के घरों में पहुंचकर उनके बिजली कनेक्शन काट दिए। घरों की बत्ती गुल होने से अधिकारी हैरान हो गए। जानकारी मिलते ही उन्होंने विधायक के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। अफसरों के घरों की बत्ती गुल करने वाले विधायक पूरे राज्य में चर्चाओं में हैं।
Anger Over Power Cuts : अघोषित बिजली कटौती से जनता को परेशान देख विधायक आक्रोशित हो गए। ये मामला उत्तराखंड के रुड़की का है। दरअसल, इन दिनों राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। भारी ठंड के बीच समय-समय पर सुबह, दिन या रात में लोड बढ़ते ही घरों की बत्ती गुल हो रही है। भारी ठंड के बीच बिजली की आंख मिचौली लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है।इधर, झबरेड़ा क्षेत्र में भी बिजली कटौती से लोग बेहाल हो चुके हैं। इससे विधायक विरेंद्र जाती का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। मंगलवार को विधायक विरेंद्र अपने समर्थकों के साथ सीढ़ी और कटर लेकर रुड़की पहुंच गए। विधायक ने सबसे पहले बोट क्लब में अधीक्षण अभियंता विवेक राजपूत के सरकारी आवास पर पहुंच उनका बिजली कनेक्शन काट दिया। उसके बाद उन्होंने समर्थकों के साथ ईई विनोद पांडेय के आवास की बिजली काट दी। इतना ही नहीं उन्होंने मुख्य अभियंता अनुपम सिंह के घर की बत्ती भी गुल कर दी। बिजली कट होने से अधिकारियों में हड़कंप मच गया। अधिकारियों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने विधायक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इधर, अधीक्षण अभियंता विवेक राजपूत के मुताबिक अधिकारियों के आवासों की बिजली काटना उचित नहीं था। उन्होंने कहा कि विधायक ऑफिस आकर अपनी नाराजगी जाहिर कर सकते थे।
बिजली कटौती से जनता की परेशानियों को देखते हुए विधायक विरेंद्र जाती ने अधिकारियों से व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की मांग उठाई थी। विधायक ने दस दिन पहले ही अधिकारियों को चेताया था कि यदि बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई तो उनके सरकारी आवासों की बत्ती गुल कर दी जाएगी। बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने इसे महज धमकी मान लिया था। उधर, झबरेड़ा क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती का सिलसिला जारी रहा। इससे आक्रोशित विधायक ने ऊर्जा निगम के तीन आला अधिकारियों के घरों की बिजली काट दी। बिजली कटने से अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मंच गया। हालांकि बाद में कर्मचारियों ने तीनों अफसरों के आवासों की बिजली सप्लाई सुचारू कर दी थी।