देहरादून

धार्मिक स्थलों पर शराब के खिलाफ आंदोलन तेज, लोगों ने ठेके पर जड़े ताले, तीर्थनगरी में निकला जुलूस

Protest Against Liquor Shops:धार्मिक स्थलों के आसपास शराब के ठेकों के खिलाफ आमजन सड़क पर उतर आया है। उत्तराखंड के ऋषिकेश में लोगों ने ठेके के खिलाफ विशाल जुलूस निकाला तो वही दूसरी ओर यमुनोत्री के राना चट्टी में आंदोलनकारियों ने शराब की दुकान में ताले जड़ दिए।

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Nov 10, 2025
ऋषिकेश में शराब की दुकान के विरोध में लोगों ने जुलूस निकाला

Protest Against Liquor Shops:तीर्थ स्थलों के आसपास शराब की दुकानों का उत्तराखंड में भारी विरोध चल रहा है। ऋषिकेश में मुनिकीरेती के शराब ठेके पर बीते दिनों युवक की हत्या के बाद से लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। इस शराब के ठेके के विरोध में लोग कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने बीते दिनों भारी पुलिस बल की मौजूदगी में इस ठेके को खुलवा दिया था। प्रशासन का तर्क था कि इस ठेके के बंद होने से सरकार को बड़े राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। रविवार को देवभूमि नशामुक्ति संयुक्त संघर्ष समिति ने खारास्रोत के शराब के ठेके और मादक पदार्थों के खिलाफ रैली निकाली। रैली में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। रैली के मद्देनजर क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। रामलीला मैदान के पास हुई सभा में पालिकाध्यक्ष मुनिकीरेती नीलम बिजल्वाण ने भी आंदोलनकारियों को संबोधित किया।

यमुनोत्री में शराब के ठेके पर जड़े ताले

तीर्थ स्थलों के पास शराब के ठेके खुलने से लोगों में भारी आक्रोश है। रविवार को लोगों ने यमुनोत्री धाम के निकट राना चट्टी में शराब की दुकान का विरोध किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने इस ठेके पर ताले जड़ दिए। आंदोलनकारियों ने कहा कि इस ठेके से धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। उन्होंने इस ठेके को पूर्ण रूप से बंद कराने की मांग उठाई। तालाबंदी में खरसाली के प्रधान विपिन उनियाल, नारायणपुरी के प्रधान प्रदीप रावत, निशणी के प्रधान मनोज चौहान, दुर्बिल के प्रधान सरजीत लाल, बाडिया की प्रधान अबल देई देवी, दागुंड गांव के प्रधान संतोष रावत, विजयपाल रावत, अनुज रावत, आशीष आदि शामिल रहे।

Updated on:
10 Nov 2025 10:15 am
Published on:
10 Nov 2025 10:14 am
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