धर्म-कर्म

Mahabharat Secrets: क्या दुर्योधन ने द्रौपदी को सच में जंघा पर बैठाया था, यहां जानिए रहस्य

Mahabharat Secrets: दुर्योधन के कहने पर दुशासन से द्रौपदी का चीर हरण किया था। यह घटना कौरवों के अहंकार और अन्याय को दर्शाती है।

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Dec 16, 2024
Mahabharat Secrets

Mahabharat Secrets: महाभारत में द्रौपदी के चीर हरण का प्रसंग बड़ा प्रसिद्ध है। क्योंकि महाभारत के युद्ध की वजह यही घटना मानी जाती है। इसमें दुशाशन में द्रौपदी को निर्वस्त्र करने का प्रयास किया था। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण ने उनकी साड़ी बढ़ा कर मदद की। लेकिन क्या जानते हैं कि दुर्योधन नेद्रौपदी को अपनी जंघा पर सच में बैठाया था? आइए यहां जनते हैं इस रहस्यमयी घटना का पूरा सच।

दुर्योधन ने किया था पांडवों का घोर अपमान

महाभारत में जब पाड़व कौरवों से सब कुछ हार गए थे। तब उन्होंने द्रौपदी को भी दाव पर लगा दिया था। जिसमें पांडव द्रौपदी को भी हार गए थे। इसके बाद अहंकारी दुर्योधन के कहने पर दुशासन भरी सभा में द्रौपदी की साड़ी खींचने लगा था। धार्मिक मान्यता है कि महाभारत में द्रौपदी चीर हरण की घटना दुर्योधन ने पांडवों का अपमान करने के लिए की थी। अहंकारी दुर्योधन के कहने पर दुशासन भरी सभा में द्रौपदी की साड़ी खींचने लगा था। जब दुशासन द्रौपदी की साड़ी खींचते हार गया तो दुर्योधन ने पांडवों को लज्जित करने के लिए अपनी जंघा पर थपकी मारते हुए द्रौपदी कौ बैठने को कहा था।

द्रौपदी को किया था भरी सभा में अपमानित

कहा जाता है कि दुर्योधन की यह घिनौनी हरकत पांडवों के लिए प्रतीकात्मक अपमान था। उसका उद्देश्य भरी सभा में द्रौपदी का मान-मर्दन करना और पांडवों को चिढ़ाना था। क्योंकि दुर्योधन ने द्रौपदी को अपनी जंघा पर सच में बैठाया था। यह सीधे तौर पर कही प्रमाणित नहीं है। इसलिए माना जाता है कि दुर्योधन ने द्रौपदी और पांडवों को नीचा दिखाने के लिए ऐसी बातें बोली थीं।

डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य हैं या सटीक हैं, इसका www.patrika.com दावा नहीं करता है। इन्हें अपनाने या इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

Published on:
16 Dec 2024 03:10 pm
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