अधिकारी को सीएचसी से हटाने की मांगबजाग. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बजाग में पदस्थ रहे तत्कालीन ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पर आरोपों और शिकायतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में शासकीय भवन में बैठकर कथित तौर पर नशे का सेवन करने का वीडियो वायरल हुआ था और यह मामला अभी ठंडा […]
अधिकारी को सीएचसी से हटाने की मांग
बजाग. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बजाग में पदस्थ रहे तत्कालीन ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पर आरोपों और शिकायतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में शासकीय भवन में बैठकर कथित तौर पर नशे का सेवन करने का वीडियो वायरल हुआ था और यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि फिर से क्षेत्रीय ग्रामीणों और स्टॉफ के कर्मचारियों ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में शिकायत
की है। शिकायतों के आधार पर पूर्व बीएमओ को पांच बिंदुओं का कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर जवाब तलब किया गया है। बताया जा रहा है कि पूर्व बीएमओ की कार्यशैली शुरु से ही विवादित रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से कई मामलों में कारण बताओ नोटिस जारी हुए है। विवादास्पद कार्यप्रणाली को लेकर इनको हटाने के लिए नगर में लोगों का विरोध प्रदर्शन तक करना पड़ा था। इसे देखते हुए उन्हे बीएमओ के प्रभार से मुक्त कर दिया गया है लेकिन क्षेत्रीय ग्रामीणों का कहना है कि संबंधित चिकित्सक को सीएचसी से पूरी तरह कार्यमुक्त कर अन्यत्र स्थानांतरण किया जाए।
प्रताडि़त करने की हुई शिकायत
सीएमएचओ कार्यालय से जारी नोटिस में उल्लेख किया गया है कि तत्कालीन बीएमओ व वर्तमान चिकित्सा अधिकारी के विरुद्ध विकास खंड बजाग अंतर्गत निवासरत ग्रामीणों एवं शासकीय सेवकों ने प्रताडि़त करने एवं विभिन्न प्रकार की पदीय लापरवाहियों के संबंध में शिकायत की है। अरविंद कुमार साहू निवासी बजाग का आरोप है कि चिकित्सक ने उनके बालक का इलाज नहीं किया और ओपीडी में भी नहीं रहते हैं। प्रदीप कुमार साहू निवासी बजाग का आरोप है कि 23 जून 2025 को बालक के इलाज में लापरवाही की गई थी एवं अभद्रता की गई थी। जनपद सदस्य लोकेश पटेरिया एवं अन्य ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षरित शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि पूर्व बीएमओ नशे की हालत में मरीजों के साथ अभद्रता करते हैं। निजी क्लीनिक का संचालन करते हैं और समय एमएलसी नहीं करते हैं। सीएचसी की ही एक महिला कर्मचारी ने आरोप लगाया है कि उन्हे प्राथमिक केन्द्र चांडा में कार्य करने के लिए आउटसोर्स एजेंसी के द्वारा अधिकृत किया गया है किन्तु 15 दिवस की ड्यूटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बजाग में लगाई जा रही है। चांडा में पदस्थ वार्डवाय के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बजाग में पर्याप्त स्टाफ होने के उपरांत भी इनकी ड्यूटी चांडा से बजाग लगाई जाती है। सीएमएचओ ने नोटिस प्राप्त होने के तीन दिन के अंदर सभी आरोपों के संबंध में जवाब प्रस्तुत करने कहा गया है।