Bihar: चिराग पासवान, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे हैं। वे राजनीति में आने से पहले फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। तेजस्वी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के बेटे हैं। वे खुद भी बिहार के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं।
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में कई चेहरे ऐसे हैं जो हमेशा चर्चा में रहते हैं। इनमें चिराग पासवान(Chirag Paswan), तेजस्वी यादव(Tejashwi Yadav) और प्रशांत किशोर(Prashant Kishore) प्रमुख हैं। ये तीनों अलग-अलग विचारधाराओं और पार्टी से जुड़े हुए हैं, लेकिन एक बात जो लोगों के मन में अक्सर आती है, वो ये कि इन नेताओं की पढ़ाई-लिखाई कितनी है? चलिए जानते हैं इन चर्चित नेताओं की शिक्षा से जुड़ी पूरी जानकारी आसान भाषा में।
चिराग पासवान, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे हैं। वे राजनीति में आने से पहले फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। चिराग पासवान की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने 12वीं के बाद इंजीनियरिंग को चुना। लेकिन वो इसे पूरा नहीं कर पाएं। उन्होंने सेकंड सेमेस्टर में अपनी B.tech की पढ़ाई छोड़ दी। Bundelkhand University Jhansi में एडमिशन लिया था। चिराग पहले फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय थे। उसके बाद उन्होंने अपने पिता की पार्टी को ज्वाइन कर लिया और अब लोकसभा के सांसद हैं।
बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव के महत्वपूर्ण नेता माने जाते हैं। तेजस्वी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के बेटे हैं। वे खुद भी बिहार के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनकी पढ़ाई-लिखाई को लेकर काफी सवाल खड़े किए जाते हैं। तेजस्वी यादव ने दिल्ली के एक निजी स्कूल से 9वीं तक की पढ़ाई की। 10वीं बोर्ड की परीक्षा उन्होंने नहीं दी। वो क्रिकेट भी खेलते रहे हैं। क्रिकेट को छोड़ने के बाद वो राजनीति में सक्रिय हो गए।
जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर की बात करें तो इन्होंने तेजस्वी और चिराग से ज्यादा पढ़ाई की है। ग्रेजुएशन से पहले प्रशांत ने Patna Science college से अपनी पढ़ाई पूरी की। उसके बाद ग्रेजुएशन के लिए दिल्ली आ गए। उन्होंने Delhi University के Hindu college में Statistics विषय में दाखिला ले लिया। लेकिन वो यहां ग्रेजुएशन पूरी नहीं कर पाएं और तबियत खराब होने के कारण घर वापस आ गए थे।
दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई अधूरी रह जाने के बाद वो लखनऊ और फिर हैदराबाद गए। जहां से उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन और फिर पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के बाद उन्होंने UN(United Nations) में कई सालों तक काम किया। फिर भारत आकर उन्होंने कई सालों तक पॉलिटिकल पीआर का काम किया।