एनसीईआरटी (NCERT) के सिलेबस और किताबों में किए गए सबसे जरूरी बदलाव जो स्टूडेंट्स को 2026 से पहले पता होने चाहिए।
NCERT: देश की शिक्षा व्यवस्था में अब कई बड़े बदलाव हो रहे हैं। नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद अब एनसीईआरटी ने स्कूलों के सिलेबस और किताबों में बदलाव करना शुरू कर दिया है। ये बदलाव धीरे-धीरे पूरे भारत में लागू किए जाएंगे और 2026 तक यह प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है।
साल 2025-26 से कक्षा 4, 5, 7 और 8 की नई किताबें जारी की गई हैं। इन किताबों में पुराने कंटेंट की जगह नया और आसान भाषा वाला कंटेंट दिया गया है। साथ ही अब किताबों के नाम भी बदल गए हैं। जैसे-
कक्षा 5: वीणा (हिंदी), संतूर (अंग्रेजी), सितार (उर्दू)
कक्षा 8: पूर्वी (अंग्रेजी), मल्हार (हिंदी), एक्सप्लोरिंग सोसाइटी (सामाजिक विज्ञान), जिज्ञासा (विज्ञान), कृति (कला शिक्षा), कौशल बोध (व्यावसायिक शिक्षा), ख्याल (उर्दू)
कक्षा 9 से 12 की नई किताबें भी अगले साल 2026-27 तक शुरु होने की उम्मीद है।
इतिहास की किताबों से कुछ हिस्से हटाए गए हैं। खास तौर पर मुगल काल और दिल्ली सल्तनत से जुड़े कई अध्यायों को या तो हटा दिया गया है या उनका पुनर्गठन किया गया है। सामाजिक विज्ञान को भी अब अलग-अलग हिस्सों में बांटने की जगह एक पूरे विषय की तरह पढ़ाया जाएगा ताकि बच्चों को वास्तविक जीवन से जुड़ा ज्ञान मिल सके। अब छात्रों को प्राचीन भारत, जनजातियों का इतिहास, भारतीय वैज्ञानिकों के योगदान, संस्कृति और सभ्यता जैसे चैप्टर पढ़ाए जाएंगे।
नई व्यवस्था में कक्षा 6 से Vocational यानी स्किल आधारित शिक्षा जोड़ी जा रही है। इसका मतलब यह है कि अब बच्चे सिर्फ किताबें नहीं पढ़ेंगे, बल्कि, काम सीखेंगे, प्रोजेक्ट बनाएंगे और वास्तविक जीवन में उपयोग होने वाली बातें जानेंगे।
नया स्वदेशी मॉड्यूल जोड़ा गया
इसी के साथ स्वदेशी नाम का एक नया हिस्सा जोड़ा गया है जिसमें स्थानीय उत्पाद और आत्मनिर्भर भारत से जुड़ा ज्ञान दिया जाएगा। यह बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश, वोकल फॉर लोकल पहल के तहत स्वदेशी उत्पादों (Make in India) के समर्थन पर आधारित है।
ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष मॉड्यूल
एनसीईआरटी ने कक्षा 3 से 12 तक के स्टूडेंट्स के लिए ऑपरेशन सिंदूर पर दो नए मॉड्यूल शुरू किए हैं। जिसमें मिशन को एक संयुक्त सैन्य पहल और राष्ट्रीय शांति बनाए रखने के लिए एक देशभक्तिपूर्ण प्रयास के रूप में बताया गया है, साथ ही पहलगाम आतंकवादी घटना के पीड़ितों को श्रद्धांजलि भी दी गई है।
प्रमुख ग्रेड के लिए ब्रिज प्रोग्राम
इस बदलाव को आसान बनाने के लिए, क्लास 1, 3, 5, 6 और 8 के लिए ब्रिज कोर्स शुरू किए गए हैं। ये NEP 2020, NCF-FS 2022 और NCF-SE 2023 प्रोग्राम के अनुसार हैं। यह प्रोग्राम नई और पुरानी पढ़ाई के बीच अंतर को कम करेगा ताकि छात्र बिना परेशानी पढ़ाई जारी रख सकें। साथ ही शिक्षकों के लिए भी ऑनलाइन ट्रेनिंग और डिप्लोमा कोर्स शुरू किए गए हैं। इससे उन्हें नई किताबें पढ़ाने में आसानी होगी।
इन बदलावों का मकसद बच्चों को रटने वाली पढ़ाई से हटाकर उनकी सोचने, समझने और सीखने की क्षमता बढ़ाना है। अब स्टूडेंट्स को सिर्फ परीक्षा पास करने के लिए नहीं पढ़ाया जाएगा बल्कि अब पढ़ाई करियर में काम आने वाले ज्ञान पर आधारित होगी।