शिक्षा

Study Abroad Trends 2025: भारत के अलावा इस देश में सबसे ज्यादा पढ़ने जाते हैं भारतीय छात्र, अमेरिका, कनाडा भी छूटा पीछे

Study Abroad: अमेरिका में आवेदन 13% तक घटे हैं, वहीं जर्मनी में छात्रों की हिस्सेदारी 2022 के 13.2% से बढ़कर 2024 में 32.6% हो गई है। कनाडा में भी भारी गिरावट आई है, 17.85% से घटकर 9.3% हो गई है

2 min read
Sep 06, 2025
Study Abroad Trends 2025(AI Image-Gemini)

Study Abroad Trends 2025: हर साल हजारों छात्र दुनियाभर के देशों में हायर स्टडीज के लिए जाते हैं। भारत से भी छात्र पढ़ाई के लिए विदेशी यूनिवर्सिटीज का रुख करते हैं। अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी जैसे देशों में हर साल भारतीय छात्र उच्च शिक्षा के लिए जाते हैं। अमेरिका, कनाडा में सबसे ज्यादा भारतीय एडमिशन लेते थे। लेकिन अब ये ट्रेंड बदल रहा है। इन देशों के अलावा भारतीय छात्र दूसरे देश का रुख कर रहे हैं। 'Upgrad' के Transnational Education (TNE) Report 2024–25 के अनुसार, भारतीय छात्रों की विदेश शिक्षा के चयन में बड़ा बदलाव देखा गया है। पारंपरिक विकल्प जैसे अमेरिका और कनाडा अब पहले की तरह पसंद नहीं किए जा रहे हैं, जबकि जर्मनी सबसे अधिक पसंदीदा देश बनकर उभरा है। जहां अमेरिका में आवेदन 13% तक घटे हैं, वहीं जर्मनी में छात्रों की हिस्सेदारी 2022 के 13.2% से बढ़कर 2024 में 32.6% हो गई है। कनाडा में भी भारी गिरावट आई है, 17.85% से घटकर 9.3% हो गई है

Study Abroad Trends 2025: छात्र इस देश का कर रहे रुख


upGrad की 2024–25 रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय देशों में भारतीय छात्रों की रुचि में तेजी से वृद्धि हो रही है। इस लिस्ट में जर्मनी सबसे आगे है, जहां 32.6% छात्र जा रहे हैं। इसके बाद आयरलैंड (3.9%), फ्रांस (3.3%) और अन्य यूरोपीय देशों को मिलाकर लगभग 9% छात्र इन्हें पसंद कर रहे हैं। दूसरी ओर, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) भी एक उभरता हुआ विकल्प बनकर सामने आया है, जहां अब अंतरराष्ट्रीय छात्रों में से 42% भारतीय हैं।

कुछ जरुरी डिटेल्स

श्रेणीविवरणआँकड़े
🇪🇺 यूरोप बना नया हॉटस्पॉटजर्मनी32.6%
आयरलैंड3.9%
फ्रांस3.3%
अन्य यूरोपीय देश9%
कोर्स / डिग्री विकल्पप्राथमिकता (%)
मास्टर डिग्री को प्राथमिकता86.5%
मैनेजमेंट / MBA (पहले 30%)55.6%
STEM (साइंस, टेक, इंजीनियरिंग, मैथ्स) फील्ड्स38.9%

Study Abroad: एक्सपर्ट ने क्या कहा


इस रिपोर्ट पर upGrad Study Abroad के AVP प्रनीत सिंह कहते हैं कि आज के भारतीय छात्र अपने शिक्षा विकल्पों को लेकर कहीं अधिक सोच-समझकर निर्णय ले रहे हैं। लागत, वीजा की सख्ती और पोस्ट-स्टडी विकल्पों को ध्यान में रखते हुए। अब पारंपरिक ‘Big Four’ ही एकमात्र विकल्प नहीं रह गए।

Also Read
View All
Today School Assembly Headlines: सरकार ने एयरलाइन कंपनियों पर लगाया फेयर कैप, बाबरी मस्जिद विवाद में अब क्या हुआ? जानें देश-दुनिया और की टॉप खबरें

Bigg Boss 19: अमाल मलिक, गौरव खन्ना, तान्या मित्तल, जानिये टॉप 5 कंटेस्टेंट्स में से कौन कितना पढ़ा-लिखा, इन दो के पास है एमबीए की डिग्री

Baran: शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के गृह जिले में ही शिक्षा के हाल बदहाल, सरकारी स्कूल की 4-5th क्लास की छात्रा नहीं पढ़ पाई हिंदी-इंग्लिश

Science City of India: भारत की साइंस सिटी जहां विज्ञान को जिया जाता है, जानिए कौन से शहर को माना जाता है भारत का साइंस हब

RSSB REET Mains: 7759 पदों पर 3rd ग्रेड शिक्षक भर्ती के आवेदन का आखिरी मौका, जानें कब होंगे एग्जाम?

अगली खबर