UPSC Preparation: यूपीएससी हर साल कई तरह की रिपोर्ट जारी करता है। हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग ने साल 2022-23 की एक रिपोर्ट रिलीज की है। इसमें कहा गया कि तीसरे अटेंप्ट में ज्यादातर अभ्यर्थी सफल होते हैं।
UPSC Preparation: भारत में सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं के बीच यूपीएससी सीएसई परीक्षा लोकप्रिय है। हर साल लाखों की संख्या में युवा यूपीएससी की परीक्षा देते हैं। संघ लोक सेवा आयोग केवल आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस के पदों पर ही भर्ती नहीं करता बल्कि इसके अलावा भी कई सारे विभागों में भर्ती करता है। ऐसे में युवाओं के मन में इस परीक्षा को लेकर कई सवाल होते हैं, जैसे कि किस अटेंप्ट में सफल होने के चांस ज्यादा होते हैं, यूपीएससी की तैयारी (UPSC Preparation) करने का सही वक्त कौन सा है, आदि। आइए, इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं-
यूपीएससी हर साल कई तरह की रिपोर्ट जारी करता है। हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग ने साल 2022-23 की एक रिपोर्ट रिलीज की है। इसमें यूपीएससी परीक्षा और उसके लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की काफी डिटेल है। वर्ष 2022-23 में यूपीएससी ने देशभर के कुल 15 भर्ती परीक्षाओं का आयोजन किया था। इनमें से 11 परीक्षाएं केवल सिविल सेवा विभाग के लिए हुई थीं और बाकी की 4 परीक्षाएं रक्षा सेवाओं के लिए आयोजित की गई थीं। यूपीएससी की इस रिपोर्ट के अनुसार, सिविल सेवा के लिए तीसरा अटेंप्ट देने वाले उम्मीदवार परीक्षा में सबसे ज्यादा सफल होते हैं।
वहीं इस रिपोर्ट में कहा गया है कि परीक्षा के पहले अटेंप्ट में सिर्फ 8 प्रतिशत उम्मीदवार की सफल हो पाते हैं। वहीं पहले प्रयास (UPSC Preparation) में असफल अभ्यर्थियों में से कई दूसरे अटेंप्ट की तैयारी में जुट जाते हैं, तो वहीं कुछ लोग इस रेस से बाहर हो जाते हैं और स्ट्रीम बदल लेते हैं। बता दें, यूपीएससी दुनिया की कठिन परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों अभ्यर्थी यूपीएससी परीक्षा देते हैं। इनमें से कुछ ही हैं, जो सफल होकर सरकारी नौकरी हासिल कर पाते हैं।
एक्सपर्ट की मानें तो ज्यादातर उम्मीदवार यूपीएससी परीक्षा के तीसरे अटेंप्ट में इसलिए सफल हो पाते हैं क्योंकि तीसरे अटेंप्ट तक उन्हें परीक्षा पैटर्न (UPSC Exam Pattern), सिलेबस, मार्किंग स्कीम आदि की बेहतर जानकारी हो जाती है। साथ ही दो अटेंप्ट के कारण उन्हें सवालों का आईडिया हो जाता है। ऐसे में तीसरे अटेंप्ट में तैयारी करना आसान हो जाता है।