IPS D Roopa कर्नाटक के अलावा मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में भी अपनी सेवाएं दी है। करीब 20 साल के सेवा काल में उनका लगभग 40 बार तबादला होने की चर्चा रही है।
Who Is IPS D Roopa: देश में कई IAS/IPS अधिकारी हैं, जिनके काम और साहस की चर्चा पूरे देश में होती है। कभी किसी घोटाले को उजागर करने तो कभी कुख्यात अपराधी से निपटने के लिए उन्हें जाना जाता है। ऐसी ही एक आईपीएस अधिकारी हैं, 'IPS D Roopa'। भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके कड़े रुख और सत्ता के सामने सच बोलने की हिम्मत ने उन्हें खास पहचान दिलाई है। लेकिन आप IPS D Roopa के बारे में कितना जानते हैं? आइये जानते हैं उनके बारे में।
पुलिस सेवा के दौरान IPS D Roopa ने कई ऐसे कदम उठाए, जिनकी वजह से वे राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रहीं। उनका सबसे चर्चित और चौंकाने वाला फैसला तब सामने आया, जब उन्होंने एक मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया। यह घटना उस समय पूरे राजनीतिक और प्रशासनिक तंत्र में हलचल मचा देने वाली थी। इस कार्रवाई ने साफ संदेश दिया कि कानून की नजर में कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितना ही बड़ा क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं है। साल 2007 में कोर्ट के आदेश पर डी.रूपा ने मध्य प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती(ips d roopa arrested which cm) को अरेस्ट कर लिया था। जिसके बाद देशभर में उनके नाम की चर्चा होने लगी।
आईपीएस डी. रूपा मौदगिल कई राज्यों में काम कर चुकी हैं। उन्होंने कर्नाटक के अलावा मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में भी अपनी सेवाएं दी है। करीब 20 साल के सेवा काल में उनका लगभग 40 बार तबादला होने की चर्चा रही है। जानकारों का मानना है कि बार-बार ट्रांसफर होना इस बात का संकेत है कि उन्होंने हर पद पर ईमानदारी और निर्भीकता के साथ काम किया, चाहे परिस्थितियां कितनी ही चुनौतीपूर्ण क्यों न रही हों। अकसर यह देखा गया है कि निर्भीक होकर और साहस से काम करने वाले अधिकारीयों का तबादला कर दिया जाता है।
कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाली डी. रूपा मौदगिल ने अपनी प्रारंभिक और उच्च शिक्षा भी इसी राज्य से पूरी की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने कुवेम्पु यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। उन्हें बेहतरीन प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल से भी सम्मानित किया गया था। इसके बाद उन्होंने बेंगलुरु विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए) की डिग्री हासिल की।
कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के कुछ समय बाद ही डी. रूपा ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। वर्ष 2000 में उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की और ऑल इंडिया रैंक 43 प्राप्त की। चयन के बाद उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) को चुना। ट्रेनिंग के दौरान भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा और रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने ट्रेनिंग में पांचवां स्थान प्राप्त किया।