11 के बाद बंद हो जाएगा पोर्टल, बीएलओ व बीएलए ने की साथ में बैठक, जानकारी भी मांगी
जिले की 6 विधानसभा में गणना पत्रक डिजिटल करने का काम पूरा हो गया है। 2 लाख 63 हजार वोट वोट करने की स्थिति में हैं। कुल मतदाताओं का 16 फीसदी हिस्सा है। में मृतक, शिफ्टेड, अनुपस्थित मतदाता शामिल है। इतना बड़ा आंकड़ा देखकर निर्वाचन आयोग भी हैरान है। इस गलती को सुधारने के लिए दो दिन का समय है। इस आंकड़े को 16 फीसदी से घटाकर 10 से 11 फीसदी तक लाने का प्रयास किया जा रहा है, जो गलतियां हुई हैं, उनमें सुधार किया जा रहा है। इसके लिए बूथ लेवल ऑफिसर व पार्टियों के बूथ लेवल एजेंट साथ में बैठे हैं और सूचियों में मतदाताओं का मिलान किया है।
दरअसल जिले में 4 नवंबर से मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण का कार्यक्रम शुरू हुआ था। एक महीने में कार्य पूरा नहीं हुआ तो आयोग ने तारीख बढ़ाई। बीएलओ को जिन मतदाताओं की जानकारी नहीं मिली, उसकी गलत जानकारी भर दी। इसके बाद गलती का अहसास हुआ तो एडिट का विकल्प दिया गया। इसके बाद लोग गणना पत्रक जमा नहीं कर रहे थे, जिसके चलते शिफ्टेड में डाल दिया गया है। इसके अलावा मौके पर भी लोग नहीं मिले। 2003 का रिकॉर्ड भी उपलब्ध नहीं कराया। ऐसी स्थित में वोट करने का एक बड़ा आंकड़ा सामने आ रहा है। जिले में 16 लाख 42 हजार मतदाता हैं। इसमें 16 फीसदी मतदाता जांच के दायरे हैं। शिफ्टेड, अनुपस्थित व मृतकों का नाम प्रारंभिक सूची में नहीं आएगा। जबकि 2003 की सूची से जानकारी लिंक नहीं की है, उनको दस्तावेज पेश करने होंगे।
ग्वालियर पूर्व व ग्वालियर विधानसभा में कटेंगे सबसे ज्यादा नाम
ग्वालियर पूर्व व ग्वालियर विधानसाभ में सबसे ज्यादा वोट कटने के आसार हैं, क्योंकि इन विधानसभा में सबसे ज्यादा मतदाता शिफ्टेड में दर्ज हुए हैं। ग्वालियर पूर्व में 35 हजार ज्यादा वोट कट सकते हैं, जबकि ग्वालियर में 26 हजार से ज्यादा वोट कटने के आसार हैं।
- अंतिम आंकड़ा 16 दिसंबर को सामने आएगा, क्योंकि प्रारंभिक सूचना में सूची का प्रकाशन किया जाएगा। मतदान बूथ पर सूची चस्पा की जाएगी।
- कांग्रेस के बूथ लेवल एजेंटों ने बीएलओ के साथ बैठकर सूची का परीक्षण भी किया।