स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में लगाई जा रही एलईडी लाइटों का प्रोजेक्ट अब तक विवादों में ही घिरा हुआ है। करीब 20 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट में ठेका पाने वाली एचपीएल कंपनी
-न संसाधन, न सव, शहर की लाइटें भी नहीं कर पाई चालू एचपीएल कंपनी
ग्वालियर। स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में लगाई जा रही एलईडी लाइटों का प्रोजेक्ट अब तक विवादों में ही घिरा हुआ है। करीब 20 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट में ठेका पाने वाली एचपीएल कंपनी न तो सर्वे पूरा कर सकी, न लाइटें लगा सकी और न ही सीसीएमएस उपकरण स्थापित कर पाई। स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने कई बार नोटिस देने और जुर्माने लगाने के बाद कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट टर्मिनेट कर दिया है।
अब निगम ने कंपनी से 14 दिन के भीतर 54,380 लाइटें, 1083 सीसीएमएस और सर्वे रिपोर्ट सहित अन्य उपकरण लौटाने को कहा है। निर्धारित समय सीमा में पालन न करने पर कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की जाएगी।अधिकारियों का कहना है कि एचपीएल कंपनी न तो संसाधन जुटा सकी और न ही फील्ड पर टीम भेज पाई।
ठेकों की पूरी कहानी
वर्ष 2020: स्मार्ट सिटी ने 62,314 एलईडी लाइटें लगाने के लिए 26 करोड़ रुपए में ईईएसएल कंपनी को ठेका दिया, लेकिन कंपनी काम अधूरा छोडकऱ चली गई।
जुलाई 2023: एचपीएल कंपनी को 20 करोड़ में सर्वे, इंस्टॉलेशन और मेंटेनेंस का काम सौंपा गया, लेकिन यह कंपनी भी काम पूरा नहीं कर पाई।
अक्टूबर 2025: स्मार्ट सिटी ने 10.89 करोड़ रुपए में हैदराबाद की फ्लोरिडा कंपनीको नया ठेका दिया। परंतु बीजी और एफडीआर विवाद के चलते अब तक काम शुरू नहीं हो पाया। दीपावली से पहले कंपनी ने केवल 850 लाइटें भेजीं।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
एचपीएल कंपनी को सही ढंग से काम न करने पर टर्मिनेट कर दिया गया है। अब उसे 54,380 लाइटें, सीसीएमएस व सर्वे रिपोर्ट लौटाने के लिए कहा गया है। यदि उसने लापरवाही की तो ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की जाएगी।
संघप्रिय आयुक्त, नगर निगम ग्वालियर