Karwachauth 2024 : भारत में करवा चौथ सबसे महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख के लिए रखती हैं।
Karwachauth 2024 : भारत में करवा चौथ सबसे महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख के लिए रखती हैं। इस व्रत में पानी पीना वर्जित है। महिलाएं दिनभर बिना पानी पीए व्रत रखने के बाद शाम को चांद की पूजा कर पति से पानी पीकर व्रत को खोलती हैं। लेकिन कोई महिला डायबिटीज से पीड़ित है तो यह व्रत नहीं रखना चाहिए। महिलाओं की सेहत को यह व्रत परेशान कर सकता है क्योंकि वे दिन भर कुछ नहीं खाते या पीते हैं।
प्रोटीन और फाइबर से भरपूर चीज़ों का सेवन करें
अगर आप व्रत का पालन कर रही हैं, तो सरगी में फाइबर और प्रोटीन से समृद्ध खाद्य पदार्थों को शामिल करें। इससे पूरे दिन व्रत के दौरान ऊर्जा बनी रहेगी और प्रोटीन के कारण पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होगा।
दवा लेना न भूलें
अगर आपने व्रत रखा है, तो अपनी दवाई लेना न भूलें। आप सुबह सरगी के समय दवा ले सकती हैं या व्रत के दौरान शुगर बढ़ने पर भी दवाइयों का सेवन कर सकती हैं।
व्रत के तुरंत बाद तला-भुना खाने से बचे
व्रत खोलने के तुरंत बाद तले-भुने खाद्य पदार्थों से दूर रहें। इससे आपके रक्त शर्करा में अचानक वृद्धि हो सकती है। पहले पानी या कोई पेय पदार्थ लें ताकि आपका शरीर हाइड्रेटेड रहे।
निर्जला व्रत से बचे
करवाचौथ एक निर्जला व्रत होता है, जिसका अर्थ है कि इस दिन आपको पानी का सेवन नहीं करना होता है। लेकिन यदि आप शुगर की मरीज हैं, तो आपको निराजल व्रत नहीं रखना चाहिए। अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए नियमित रूप से पानी पीते रहें।
फलों का सेवन करें
यह ध्यान रखें कि जीवन है तो संसार है, इसलिए फल खाने के बावजूद व्रत रखा जा सकता है। इस समय आपको उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फलों से बचना चाहिए।
क्या डायबिटीज के मरीजों को नहीं करना चाहिए व्रत
डॉक्टरों का कहना है कि मधुमेह वाली महिलाओं को करवा चौथ पर व्रत करने से बचना चाहिए क्योंकि यह शरीर को डिटॉक्सिफिक करता है, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। जब चाँद निकलता है, व्रत समाप्त होता है, और महिलाओं को 12 से 15 घंटे तक बिना पानी के उपवास करना होगा। लंबे समय तक पानी के बिना रहने से कम रक्त शर्करा या हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है। लंबे समय तक जल नहीं पीने से डिहाइड्रेशन, डिसइलेक्ट्रोलाइटिमिया (रक्त में आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन) और हाइपोटेंशन जैसे स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।