Nail Health Indicators: नाखूनों में होने वाले बदलाव कई स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकते हैं, जिनसे आप समय रहते सतर्क हो सकते हैं।
Nail Health Indicators: नाखून सजाने के लिए हम इन पर बेहद ध्यान देते हैं। लेकिन कई आपने सेहत को लेकर नाखूनों पर ध्यान दिया है। जी हां नाखून आपकी सेहत के बारे में कई महत्वपूर्ण संकेत दे सकते हैं। आप इनकी रंगत, बनावट और उनकी स्थिति से समझ सकते हैं कि हमारा स्वास्थ्य कैसा है और शरीर में किस मिनरल्स की कमी है। ऐसे में आज हम इस लेख में जानेंगे की नाखूनों (Nail Health Indicators) का कौनसा रंग किस बीमारी का संकेत हो सकता है।
वैज्ञानिकों ने 1979 में एक स्टडी में सैकड़ों लोगों के नाखनों की ग्रोथ को ट्रैक किया था। जिसमें पाया गया था कि 30 साल की उम्र के बाद हर साल नाखूनों की वीकली ग्रोथ में लगभग 0.5% की कमी आ जाती है। ऐसे में यदि आपके नाखून इससे तेज बढ़ रहे हैं, तो इसका मतलब आपकी उम्र औसत से धीमी गति से बढ़ रही है। साइंटिस्ट का मानना है कि नाखूनों की ग्रोथ आपकी सेल्स और टिशू की हेल्थ को बताती है अगर यह हेल्दी है, तो आप भी हेल्दी होते हैं।
अगर आपके नाखूनों का रंग पीला हो गया है, तो यह जिगर या फेफड़ों से जुड़ी किसी समस्या (Nail Health Indicators) का संकेत हो सकता है। खासकर, पीले नाखून लिवर या पीलिया की ओर इशारा कर सकते हैं। इसके अलावा, यदि आप धूम्रपान करते हैं तो फेफड़ों के स्वास्थ्य पर भी इसका असर हो सकता है। यदि यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
नाखूनों का रंग सामान्य से ज्यादा सफेद होना किडनी की समस्या का संकेत हो सकता है। यदि नाखून सफेद और फीके दिख रहे हैं, तो यह किडनी के खराब कार्य को दर्शा सकता है। इसके अलावा, यह हार्ट, लीवर या डायबिटीज जैसी समस्याओं के लिए भी चेतावनी हो सकती है।
नाखूनों पर लाल, सफेद या काले रंग की लकीरें दिखने का मतलब यह हो सकता है कि आपके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो रही है। खासकर, अगर नाखूनों पर सफेद धब्बे या लकीरें दिखें तो यह जिंक, कैल्शियम या आयरन की कमी की ओर इशारा कर सकता है। उचित आहार और सप्लीमेंट्स से इस समस्या को ठीक किया जा सकता है।
यदि आपके नाखून बहुत मुलायम, चिपचिपे या नमीयुक्त हो गए हैं, तो यह थायरॉयड की कमी (हाइपोथायरॉयडिज़्म) का संकेत हो सकता है। थायरॉयड ग्लैंड का कम सक्रिय होना नाखूनों की सेहत पर प्रतिकूल असर डाल सकता है।
नाखूनों में दरारें या टूटना मानसिक तनाव, चिंता या विटामिन बी की कमी का संकेत हो सकता है। इस तरह की समस्या को दूर करने के लिए संतुलित आहार, पर्याप्त आराम और तनाव मुक्त जीवनशैली अपनानी चाहिए।
अगर आपके नाखूनों की बनावट सामान्य से बदलने लगे, जैसे वे अचानक बहुत बढ़ने लगें या पतले हो जाएं, तो यह हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है। खासकर, महिलाओं में गर्भावस्था या मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव होते हैं जो नाखूनों की बनावट पर असर डाल सकते हैं।
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यदि आपके नाखून स्वस्थ, चमकदार और सही आकार में हैं, तो यह आपके शरीर के स्वस्थ होने का संकेत है। अच्छे पोषण, सही जीवनशैली और नियमित देखभाल के द्वारा नाखूनों को स्वस्थ रखा जा सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।