Nimbu Pani Side Effects: नींबू पानी को हेल्दी ड्रिंक माना जाता है, लेकिन अगर आपको एसिडिटी, माइग्रेन, दांतों या किडनी की समस्या है, तो इसका सेवन नुकसानदायक हो सकता है। जानें किन लोगों को नींबू पानी नहीं पीना चाहिए और इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण।
Nimbu Pani Side Effects: गर्मियों में या सुबह खाली पेट नींबू पानी पीने की सलाह अक्सर दी जाती है। यह शरीर को डिटॉक्स करने, पाचन सुधारने और वजन घटाने में मदद करता है। लेकिन आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही मानते हैं कि नींबू पानी हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता। कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में इसका सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है।
आयुर्वेदिक डॉक्टर अर्जुन राज के अनुसार नींबू में साइट्रिक एसिड (Citric Acid) की मात्रा अधिक होती है। जो लोगों को गैस्ट्रिक, एसिडिटी या पेट में जलन की समस्या है, उनके लिए यह एसिड और ज्यादा परेशानी बढ़ा सकता है। नींबू का pH लगभग 2 होता है, जो काफी एसिडिक है। लगातार सेवन से पेट की लाइनिंग पर असर पड़ सकता है और अल्सर का खतरा बढ़ जाता है।
नींबू पानी में मौजूद एसिड दांतों की ऊपरी परत यानी एनामेल (Enamel) को नुकसान पहुंचा सकता है। अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के अनुसार, लगातार नींबू पानी पीने से दांतों की एनामेल 20% तक कमजोर हो सकती है, जिससे संवेदनशीलता (Sensitivity) और दर्द की समस्या होती है। अगर पीना जरूरी है, तो स्ट्रॉ का इस्तेमाल करें ताकि नींबू का रस सीधे दांतों से न टकराए।
माइग्रेन के मरीजों के लिए नींबू पानी ट्रिगर का काम कर सकता है। Journal of Headache and Pain में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, नींबू जैसे सिट्रस फलों में मौजूद टायरामीन (Tyramine) नामक तत्व सिरदर्द को ट्रिगर कर सकता है। इसलिए अगर आपको माइग्रेन की शिकायत रहती है, तो नींबू पानी से बचना बेहतर है।
हालांकि नींबू में सिट्रेट होता है जो कैल्शियम स्टोन को रोकता है, लेकिन अगर किसी व्यक्ति को ऑक्सालेट स्टोन की प्रवृत्ति है, तो नींबू का अधिक सेवन नुकसान पहुंचा सकता है। नींबू के रस में मौजूद ऑक्सालिक एसिड कुछ लोगों में स्टोन बनने की संभावना बढ़ा सकता है।
सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में आधा नींबू मिलाकर हफ्ते में 3–4 बार पीना ठीक है। हमेशा ताजे नींबू का रस इस्तेमाल करें, पैक्ड जूस नहीं। यदि किसी भी तरह की जलन, सिरदर्द या पेट दर्द महसूस हो तो सेवन तुरंत बंद करें।