Vivah Muhurat 2025: 14 अप्रैल को खरमास के खत्म होते ही एक बार फिर से विवाह का मौसम शुरू हो गया है। इस वर्ष वैशाख और जेठ में शादी के मुहूर्त हैं लेकिन आषाढ़ में नहीं।
Vivah Muhurat 2025: 14 अप्रैल को खरमास के खत्म होते ही एक बार फिर से विवाह का मौसम शुरू हो गया है। इस वर्ष वैशाख और जेठ में शादी के मुहूर्त हैं लेकिन आषाढ़ में नहीं। अप्रैल मई और जून महीने को मिलाकर तीन महीने में कुल 38 शुभ मुहूर्त हैं।
आने वाले जून के 11 तारीख को गुरू अस्त हो जाएगा जिसके बाद मांगलिक कार्य पर ब्रेक लग जाएगा। एक नवंबर को देवोत्थान एकादशी से फिर से मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। हिंदू पंचांग के अनुसार खरमास की अवधि में मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, यज्ञोपवीत आदि वर्जित माना जाता हैं।
ज्योतिष पंडित दिनेश दास ने बताया कि 14 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करते ही खरमास समाप्त हो गया है। 16 मई से लगातार शादियों का दौर चलेगा। वैशाख मास में शुरू शुभ योग का सिलसिला 11 जून तक चलेगा। इन तीन महीनों में लगभग 38 से अधिक शादियों के मुहूर्त हैं । इसके बाद गुरु अस्त होने के बाद शादियों का दौर पर विराम लग जाएगा।
जब सूर्य देव मीन राशि में प्रवेश करते हैं उस काल को खरमास कहा जाता है। इसे अशुभ माना गया है, क्योंकि इस दौरान सूर्य ग्रह की स्थिति कमजोर मानी जाती है। खरमास के दौरान सूर्यदेव बृहस्पति राशि में प्रवेश करके सांसारिक कार्यों की अपेक्षा अपने गुरु की सेवा पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
हिंदू मान्यता के अनुसार इस अवधि में शुभ कार्यों का फल अपेक्षित रूप से नहीं मिलता। यही वजह है कि विवाह जैसे मांगलिक कार्य टाल दिए जाते हैं। खरमास के समय दान-पुण्य, जप-तप और भगवान की भक्ति के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
अप्रैल - 14, 16, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 25, 26, 29 और 30
मई - 1, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24 और 28
जून - 1, 2, 4, 7, 8, 9