राज्य में इस बार दौसा और करौली में सबसे अधिक मेघ मेहरबान रहे। यहां प्रदेश में सबसे अधिक बारिश हुई
जयपुर। राजस्थान में आधा मानूसन बीत चुका है। आधा अभी बाकी है। ऐसे में मानसून ने राज्य के कई इलाकों में अपनी मेहरबानी पूरी कर दी हैं। लेकिन अब भी कई इलाके औसत बारिश से वंचित हैं। बीसलपुर बांध अब भी प्यास ही है। मानसून ठंडा होने से बांध के भरने में अभी देरी है। इधर आधे मानसून के दौरान सर्वाधिक बारिश की बात की जाए तो दौसा में सर्वाधिक बारिश के आंकड़े रेकॉर्ड किए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार 1 जून से 18 अगस्त के आंकड़ों के अनुसार दौसा के महवा में सर्वाधिक 1584 मिमी यानी 63 इंच पानी बरसा है।
शहरों में इस तरह से बरसा पानी
एक जून से 18 अगस्त तक दौसा के महवा में 1584 मिमी यानी 63 इंच। करौली में 1516 मिमी यानी 60 इंच बारिश। दौसा में 1210, श्रीमहावीरजी में 1252, बारां के भंवरगढ़ में 1059, लालसोट में 1019, जयपुर में 1066, सपोटरा में 1097, टोंक दूनी में 1142 और टोंक नगर फोर्ट में 1024 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
दो दिन बाद फिर बनेगा राजस्थान में मौसम
मौसम विभाग के अनुसार अब तक राज्य में सामान्य से 49 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की है। पिछले तीन-चार दिन से बारिश मंदी हुई है, लेकिन आगामी 22 अगस्त से राज्य में बारिश की संभावनाएं जताई गई हैं। राजस्थान में 22 अगस्त से मानसून फिर से जोर पकड़ेगा। इस दौरान टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी, बारां, कोटा, झालावाड़, चित्तौडगढ़़, प्रतापगढ़, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, और बांसवाड़ा जिलों में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं तेज बारिश की संभावना है। मौसम विभाग अनुसार, राजस्थान में 24, 25, और 26 अगस्त को कोटा और उदयपुर संभाग में भारी बारिश होने की संभावना है।