जयपुर

रोड पर शोऑफ से क्राइम तक काली फिल्म के पीछे कौन… देखें काले पर्दे के गुनहगारों की पूरी लिस्ट

जयपुर शहर में कारें सफर सुगम बनाने के लिए हैं उन्हें वारदातों का औजार और टशनबाजी के लिए शोऑफ का जरिया बनाया जा रहा है। नतीजतन आमजन का चैन छिन रहा है, सड़कें डर का घर बन रही है।

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Dec 07, 2025
काली फिल्म लगी कार और एसयूवी के आतंक पर स्ट्राइक, पत्रिका फोटो

जयपुर। कारें… जो शहर में सफर सुगम बनाने के लिए हैं उन्हें वारदातों का औजार और टशनबाजी के लिए शोऑफ का जरिया बनाया जा रहा है। नतीजतन आमजन का चैन छिन रहा है, सड़कें डर का घर बन रही है। काले रंग और काले शीशों के पीछे कानून से मुंह छिपाया जा रहा है। शहर तथा समाज की सुरक्षा पर सीधा संकट पैदा किया जा रहा है।
धार और अन्य एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटीलिटी व्हीकल) से लगातार वारदातों और सड़क हादसों की बढ़ती घटनाओं के बाद जयपुर पुलिस ने ऐसी गाड़ियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। आमजन और विशेषज्ञों का कहना है कि मोटर व्हीकल (एमवी) एक्ट के प्रावधानों के दायरे में वाहन के मालिक को भी लाया जाना चाहिए, न केवल वाहन चला रहे व्यक्ति को।

राजस्थान पत्रिका में ऐसे वाहन मालिकों के नाम प्रकाशित किए जाएंगे, जिनके वाहनों को नियम तोड़ते जब्त किया गया है। थार व एसयूवी वाहनों पर काली फिल्म लगी होने पर पुलिस उन्हें रोककर न केवल चेक करती है, बल्कि उनकी काली फिल्म भी हटवाई जा रही है।

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जुटाई सूचीः जिसका वाहन, उसका नाम

राजस्थान पत्रिका पुलिस के सहयोग से अब ऐसे वाहन मालिकों के नाम सार्वजनिक करेगा। यह सिर्फ ट्रैफिक का मामला नहीं, बल्कि रक्षा का भी सवाल है। सड़कों पर यह काली करतूत' अब बेनकाब होना जरूरी है। राजस्थान पत्रिका ने हाल ही
में जब्त वाहनों के मालिकों के नामों की सूची जुटाई। पहचानिए… हो सकता है, जिन वाहनों में ये काली फिल्में लगी थीं, उन वाहनों के मालिकों के नामों में आपको टशन दिखाने वाले पड़ोसी का नाम और उसकी की गाड़ी का नंबर हो।

एमवी एक्ट के प्रावधानों पर सवाल

मोटर व्हीकल (एमवी) एक्ट ही वाहनों को बेलगाम और नियम विरुद्ध चलाने की अनुमति दे रहा है। परिवहन व पुलिस जुर्माना वसूली तक सीमित रहती है, जबकि ऐसे मामलों में वाहन मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई का प्रावधान होना चाहिए। गाड़ी कोई भी चला रहा हो, लेकिन वाहन मालिक की अनुमति के बिना वाहन को कोई भी मॉडिफाई नहीं करवा सकता है। एक्ट में बदलाव करना चाहिए।

काली फ़िल्म लगी कारों के नंबर और मालिकों के नाम

थानागाड़ी नंबरमालिक का नामथानागाड़ी नंबरमालिक का नाम
मुहानाRJ59 CD0459महेंद्र चौधरीनारायण विहारRJ14 UF4872योगेश कुमार
मुहानाRJ45 CA2450मीनाक्षी बागड़ियानारायण विहारRJ11 C101विजय कुमार सैनी
मुहानाRJ05 CB8701मोहम्मदनारायण विहारRJ14 CL0176विवेक सिंह
मुहानाRJ14 CNS615पंकज हरिजननारायण विहारRJ14 BH2010सुरेंद्र मिश्र
नारायण विहारRJ14 UK1405शिवेंद्र सिंह तंवरनारायण विहारRJ14 CB5548अमोल
नारायण विहारRJ14 CSA4462रमाकांत कश्यपनारायण विहारRJ42 CB2478उमर प्रकाश सैनी
नारायण विहारRJ14 CT3340शेर सिंहनारायण विहारRJ45 CW5659सुरेश चांपल
नारायण विहारRJ14 UA6001रूललाल प्रजापतनारायण विहारRJ14 UL9106महेंद्र सिंह
नारायण विहारRJ14 CA6918कैलाश मीणानारायण विहारRJ26 UA5014जितेंद्र कुमार
नारायण विहारRJ60 CB6498कंचनमती सैनीनारायण विहारRJ45 CW8117अशोक कुमार
नारायण विहारRJ45 CB6855कंचन देवीनारायण विहारRJ45 CU3465राजेंद्र
नारायण विहारRJ60 CB6822तुलसीराम कारोलिया --- --- ---

एक्सपर्ट ये बोले

आपराधिक व सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव करने की जरूरत है। गाड़ियां मॉडिफाई की जाती हैं, काली फिल्म लगे वाहनों से अपहरण व रेप जैसी घटनाएं होती हैं। ऐसे में अपराध व सड़क दुर्घटना होने पर वाहन मालिक को भी मुलजिम बनाने का प्रावधान होना चाहिए। दीपक चौहान, अधिवक्ता, हाईकोर्ट राजस्थान

Published on:
07 Dec 2025 10:31 am
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