कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा देने के 9 महीने बाद पहली विभागीय बैठक ली है।
Kirodi Lal Meena: राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने आलाकमान के आदेश के बाद सोमवार को कृषि विभाग की बैठक ली। मंत्री पद से इस्तीफा देने के 9 महीने बाद उन्होंने पहली विभागीय बैठक ली है। इस मीटिंग से किरोड़ी लाल ने साफ संदेश दिया कि विभाग को भ्रष्टाचार विहीन और काम नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करना उनकी प्राथमिकता रहेगी।
किरोड़ी लाल मीणा ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि कृषि विभाग में पिछले राज के कबाड़े उजागर होंगे। जिन मामलो में गड़बड़ी हुई है, उनकी जांच की जाएगी। क्लेम का पैसा किसानों को दिलवाया जाएगा। भ्रष्टाचार के मामलों में किसी को नहीं बख्शा जाएगा।
उन्होंने कहा कि अब उनके मन में कोई गिले-शिकवे नहीं हैं। पहले भी नहीं थे, लेकिन चुनाव हारने के बाद इस्तीफा देना जरूरी था। नहीं तो मीडिया लगातार सवाल पूछता रहता। अब पार्टी आलाकमान ने कहा है कि काम शुरू करो, इसलिए फिर से सक्रिय हुआ हूं।
साथ ही उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एमएसपी वाले बयान को लेकर कहा कि प्रदेश में एमएसपी को लेकर कोई असंतोष नहीं है। गहलोत पिछले 15 साल मुख्यमंत्री रहे और एमएसपी पर 15 किलो बाजरा नहीं खरीदा। कृषि मंत्री किरोड़ी ने कहा कि आरोप लगाने और काम करने में फर्क होता है। एमएसपी पर बकायदा खरीद हो रही है और शिकायत मिली तो दिखाएंगे।
किरोड़ी लाल मीणा ने इस बैठक में कहा कि किसानों से जुड़ी योजनाओं को अंतिम पंक्ति में बैठे किसान तक पहुंचाने पर जोर दिया जाएगा। कई जगहों से करप्शन की शिकायतें सामने आई हैं, जिन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।