जयपुर

Nag Panchami 2024: नाग-नागिन की पूजा कर जंगल में छोड़ेंगे, राजस्थान में यहां 45 साल से निभा रहे ये पंरपरा

आलोक अग्रवाल ने बताया कि गलता गेट स्थित श्रीनिवास बालाजी के पास नाग देवता की पूजा अर्चना कर जंगल में छोड़ा जाएगा।

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Jul 25, 2024
फाइल फोटो

जयपुर। राजस्थान में लोक पर्व नाग पंचमी श्रावण कृष्ण पक्ष पंचमी आज मनाया जा रहा है। इस मौके पर काल सर्प दोष निवारण के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। महिलाएं शिव आराधना के साथ-साथ अखंड सौभाग्य की कामना और परिवार की खुशहाली के लिए नाग देवता की पूजा-अर्चना करेगी। दीवार पर नाग-नागिन की आकृति बनाकर पूजा-अर्चना कर दूध, पुआ, पकौड़ी, पूड़ी अर्पित करेंगी। शिव मंदिरों में वासुकी नाग और शेषनाग की पूजा की जाएगी। शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक के आयोजन होंगे। नाग पंचमी की कहानी सुनी जाएगी।

जिन जातकों की कुंडली में काल सर्प योग है वह जातक भोलेनाथ का जलाभिषेक कर शिवलिंग पर चांदी से बने नाग-नागिन के जोड़े अर्पित करें। कालसर्प के निवारण के लिए नाग-नागिन के जोड़ों की पूजा कर और दूध पिलाकर गलता, चूलगिरी के जंगलों में छोड़ दे। ऐसा करने से काल सर्प दोष का निवारण होगा।

इन जातकों के लिए पूजन करना सर्वोत्तम

ज्योतिषाचार्य पं.दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि जिनकी कुंडली में राहु दोष और काल सर्प दोष है उनके लिए नाग पंचमी का दिन मुक्ति पाने के लिए सर्वोत्तम दिन है। नाग पंचमी को कालसर्प दोष की पूजा करवाएं और चांदी के नाग और नागिन शिवलिंग पर चढ़ाए।

पूजा कर नाग देवता को जंगल में छोड़े

आलोक अग्रवाल ने बताया कि गलता गेट स्थित श्रीनिवास बालाजी के पास नाग देवता की पूजा अर्चना कर जंगल में छोड़ा जाएगा। 45 साल पहले उनके पूर्वज चारदीवारी में नाग देवता की पूजा अर्चना करते थे। तब से यह परंपरा निभाई जा रही है। इस दौरान परमनाथ, दुंबी सहित अन्य प्रजातियों के सांप जंगल में छोड़े जाएंगे।

ये काम भूलकर भी ना करें

पुराणों में बताया गया है कि नाग देवता पाताल लोक के स्वामी है। इसलिए नाग पंचमी या अन्य पंचमी के दिन भूमि की खुदाई करने से बचना चाहिए। क्योंकि इस दिन ऐसा करना पाप माना गया है। अगर इस दिन खुदाई के वक्त सांप की मौत हो जाती है, तो अशुभ होता है।

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