पटवारी परीक्षा के लिए 6 लाख 76 हजार 11 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था।
Patwari Recruitment Exam: राजस्थान में रविवार को पटवारी के 3,705 पदों के लिए सुबह 9 से दोपहर 12 बजे और दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक दो पारियों में परीक्षा संपन्न हुई। प्रदेश में 38 जिलों में 1,030 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस परीक्षा के लिए 6 लाख 76 हजार 11 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। दोनों पारियों में कुल 6 लाख 858 (88.88%) अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि 'आज पटवार परीक्षा में लगभग 89% यानि 6.76 लाख में से 6 लाख से भी ज्यादा कैंडिडेट्स ने हिस्सा लिया। मैं बोर्ड की तरफ से सभी 38 जिला प्रशासन को परीक्षा को सफलता पूर्वक संपन्न कराने के लिए आभार व्यक्त करता हूं। मैं सभी कैंडिडेट्स को उनके धैर्य और सहयोग के लिए भी आभारी हूं।'
झालावाड़ में परीक्षा सेंटर पर एक परीक्षार्थी की अचानक तबियत खराब हो गई। एडीएम अभिषेक चारण के त्वरित निर्देश पर मात्र 10 मिनट में डॉक्टर और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। डॉक्टर ने तत्काल इलाज किया। जिससे परीक्षार्थी अपनी परीक्षा जारी रख सका।
दरअसल, झालावाड़ के ओल्ड ब्लॉक स्कूल में एक परीक्षार्थी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। कमरा नंबर 10 में परीक्षा दे रहे करण कुमार मीणा को चक्कर आने लगे, जिसकी सूचना उन्होंने तुरंत इनविजिलेटर को दी।
प्रदेश में रविवार को सुबह से परीक्षा सेंटरों पर लंबी-लंबी लाइनें लग रही। अभ्यार्थियों को पहले डॉक्यूमेंट व फिजिकल चैक किया गया। इसके बाद बायोमैट्रिक चैकिंग के बाद एंट्री दी गई है। कई अभ्यर्थी तय समय के बाद पहुंचे तो पुलिस व एग्जाम सेंटर पर एंट्री के लिए गुहार लगाते नजर आए। ऐसे में बहुत से अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं मिल पाया।
बाड़मेर में एक छात्रा ने सीकर से आते समय हुए एक्सीडेंट का हवाला देकर प्रवेश की गुहार लगाई, लेकिन नियमों के चलते उसे भी निराश होना पड़ा। गर्ल्स स्टूडेंट ने लेट होने पर बोला- अभी टाइम पड़ा, सीकर से आई हूं, मेरा एक्सीडेंट हो गया था। लेकिन उसको एंट्री नहीं मिली।