जयपुर शहर के उत्तर और दक्षिण सर्कल में क्रमशः 18,500 और 17 हजार रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य रखा गया था।
पीएम सूर्यघर योजना के तहत जयपुर शहर में 3 किलोवाट क्षमता के रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने की योजना की राह आसान नहीं दिख रही है। हाल यह है कि आगामी फरवरी में योजना को लागू हुए एक साल पूरा हो जाएगा। लेकिन जयपुर शहर के उत्तर और दक्षिण सर्कल में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य पूरा होना तो दूर इंजीनियर लक्ष्य के करीब भी नहीं पहुंच सके हैं।
जयपुर शहर के उत्तर और दक्षिण सर्कल में क्रमशः 18,500 और 17 हजार रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके मुकाबले उत्तर सर्कल में 13 हजार 300 व दक्षिण सर्कल में 9,899 रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए गए। हालांकि डिस्कॉम के उच्च अधिकारी लगातार यह दावा कर रहे हैं कि योजना के तहत रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के लिए लक्ष्य पूरे करने के लिए कनेक्शन जारी करने में कई तरह की सहूलियत देने की बात कर रहे हैं।
योजना के तहत रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के मामले में जयपुर का उत्तर सर्कल दक्षिण सर्कल से आगे निकला है लेकिन लक्ष्यों की पूर्ति नहीं कर सका है। जबकि उत्तर सर्कल शुरुआत में पीएम सूर्यघर योजना के कनेक्शन जारी करने के मामले में फिसड्डी साबित हो रहा था।
योजना का जयपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी हाल ज्यादा ठीक नहीं है। ग्रामीण के उत्तर सर्कल में 10 हजार 200 के लक्ष्य के मुकाबले 5,475 और दक्षिण सर्कल में 13 हजार के लक्ष्य के मुकाबले 6,300 कनेक्शन ही जारी हो सके हैं।
डिस्कॉम के शीर्ष इंजीनियरों का कहना है कि योजना को लेकर धरातल पर प्रचार प्रसार की कोई रणनीति नहीं हैं। ऐसे में बिजली उपभोक्ताओं को रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के फायदे ही पता नहीं है। बैठकों में उपभोक्ताओं को जागरूक करने की बात जरूरी होती हैं लेकिन क्या उपाय किए जाएंगे, इसे लेकर शीर्ष इंजीनियर चुप्पी साधे हैं।