अब केवल जनरल डिब्बों तक ही नहीं, बल्कि स्लीपर और एसी कोचों तक में बेटिकट यात्रियों की घुसपैठ बढ़ गई है। इसका सीधा खमियाजा आऱक्षित टिकट लेकर यात्रा करने वाले यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। धक्का-मुक्की,भीड़ और असुविधा उनकी यात्रा को और कठिन बना रहे हैं।
North western Railway: उत्तर पश्चिम रेलवे की सख्ती और लगातार चल रहे चेकिंग अभियानों के बावजूद ट्रेनों में बेटिकट यात्रियों की भीड़ कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है। हालात ये हैं कि सिर्फ जयपुर मंडल में पांच महीने के भीतर ही सवा चार लाख से ज्यादा लोग बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए। औसतन हर दिन डेढ़ हजार से ज्यादा बेटिकट यात्री पकड़ में आ रहे हैं। रेलवे समय-समय पर विशेष अभियान चलाकर जुर्माना वसूल रहा है, लेकिन वास्तविकता यह है कि अब केवल जनरल डिब्बों तक ही नहीं, बल्कि स्लीपर और एसी कोचों तक में बेटिकट यात्रियों की घुसपैठ बढ़ गई है। इसका सीधा खमियाजा आऱक्षित टिकट लेकर यात्रा करने वाले यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। धक्का-मुक्की,भीड़ और असुविधा उनकी यात्रा को और कठिन बना रहे हैं।
जयपुर मंडल में इस साल अप्रेल से अगस्त के बीच 2 लाख 43 हजार 378 बेटिकट यात्री पकड़े गए, जिनसे 12 करोड़ 78 लाख रुपए जुर्माना वसूला गया। वहीं, पिछले साल इसी अवधि में 1 लाख 80 हजार 96 यात्री पकड़े गए थे और उन पर 9 करोड़ 33 लाख रुपए जुर्माना लगाया गया था। पिछले पूरे वर्ष में 4 लाख 26 हजार 589 मामले दर्ज हुए थे और 22 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला गया था। आंकड़े साफ बताते हैं कि बेटिकट यात्रा करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। केवल जयपुर जंक्शन पर ही हर महीने डेढ़ से दो हजार लोग पकड़े जा रहे हैं। ऐसे में रेलवे के लिए यह बड़ी चुनौती बन चुकी है।
जयपुर मंडल वाणिज्य प्रबंधक जगदीश कुमार के अनुसार, सबसे ज्यादा बेटिकट यात्री जयपुर से रेवाड़ी वाया दौसा रूट पर पकड़े जा रहे हैं। इनमें जयपुर-दिल्ली डबल डेकर, भुज-बरेली, बाड़मेर- गुवाहाटी, बीकानेर-गुवाहाटी, अजमेर-सियालदाह, अजमेर- किशनगंज, सुलतानपुर-साबरमती, कोलकाता-बीकानेर और न्यू जलपाईगुड़ी-उदयपुर सिटी ट्रेनों में सर्वाधिक मामले सामने आए हैं। इन ट्रेनों में लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है।
यात्री सोशल मीडिया के जरिए रेलवे तक लगातार शिकायतें पहुंचा रहे हैं कि ट्रेनों में अनधिकृत भीड़ बढ़ रही है। यात्रियों का आरोप है कि रेलवे के लिए यह स्थिति केवल जुर्माना वसूलने का जरिया बनकर रह गई है। जब तक बेटिकट चढ़ने पर सख्त रोक नहीं लगेगी, तब तक यात्रियों की परेशानी और जुर्माने की रकम दोनों ही बढ़ते रहेंगे।
मंडल में बिना टिकट यात्रा करने वालों पर लगाम लगाने के लिए लगातार चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं। आगामी त्योहारी सीजन में अधिकृत यात्रियों को परेशानी न हो, इसके लिए अलग- अलग चेकिंग टीम गठित की जाएगी। साथ ही लोगों को समझाइश दी जा रही है कि वे बिना टिकट या अनाधिकृत कोचों में सफर न करें। -पूजा मित्तल, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, जयपुर मंडल