Rajasthan News : बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट (बीओएम) ने निर्णय लिया है कि आरयूएचएस कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस और आरयूएचएस डेंटल कॉलेज को विश्वविद्यालय से पृथक किया जाए।
विकास जैन
Rajasthan News : ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) की तर्ज पर राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) शुरू करने से पहले राज्य सरकार ने राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) के प्रशासनिक ढांचे में बड़े बदलाव की तैयारी शुरू कर दी है। बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट (बीओएम) ने निर्णय लिया है कि आरयूएचएस कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस और आरयूएचएस डेंटल कॉलेज को विश्वविद्यालय से पृथक किया जाए। इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रस्ताव के लागू होने पर आरयूएचएस का कार्यक्षेत्र केवल संबद्ध मेडिकल और डेंटल कॉलेजों की प्रशासनिक और परीक्षा गतिविधियों तक सीमित रह जाएगा।
1- राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस)।
2- मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी।
3- राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिस)।
यदि प्रस्ताव को स्वीकृति मिलती है तो आरयूएचएस कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस को ही रिम्स के रूप में विकसित किया जाएगा। यह वही मॉडल है, जैसा कि एम्स में अपनाया गया है, जहां कॉलेज और विश्वविद्यालय एक ही संस्थान के अंतर्गत स्वतंत्र रूप से कार्य करते हैं, अपनी परीक्षाएं और प्रशासनिक निर्णय स्वयं लेते हैं।
अभी यह प्रस्ताव निर्णयाधीन है। इसके लागू होने पर आरयूएचएस केवल विश्वविद्यालय के रूप में कार्य करेगा, जबकि रिम्स एक स्वतंत्र संस्थान होगा, जैसा कि एस का मॉडल है। बजट घोषणा में भी यही कहा गया था कि आरयूएचएस मेडिकल कॉलेज को रिम्स के रूप में विकसित किया जाएगा।
अंबरीश कुमार, चिकित्सा शिक्षा सचिव
आरयूएचएस की स्थापना एक अशैक्षणिक केंद्र के रूप में हुई थी। बाद में इसमें दो प्रमुख कॉलेज-राजकीय डेंटल कॉलेज और आरयूएचएस कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस को संघटक कॉलेज के रूप में जोड़ा गया था।