परीक्षा से पहले हथिया लिया था पेपर, किस गैंग के सम्पर्क में....पूछताछ पर होगा खुलासा
जयपुर. उप निरीक्षक पेपर लीक मामले में एसओजी ने आरपीएससी के तत्कालीन सदस्य रामूराम रायका के बेटे व बेटी सहित पांच थानेदारों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें एक दिन पहले शनिवार को राजस्थान पुलिस अकादमी से हिरासत लिया गया था। पांचों को रविवार को एसओजी ने अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया। रायका की बेटी शोभा की पांचवीं तथा बेटे देवेश की चालीसवीं रैंक बनी थी।
पिता के सदस्य रहते पास की थी लिखित परीक्षा
रामरामूराम रायका आरपीएससी में चार जुलाई 2018 को सदस्य बनाए गए थे। उनका कार्यकाल तीन जुलाई 2022 तक रहा। उपनिरीक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा दिसंबर 2021 में हुई थी, जिसमें रायका का बेटा व बेटी भी बैठे थे। इनके साक्षात्कार रायका के कार्यकाल के बाद वर्ष 2023 में हुए थे। रायका ने उस दौरान कहा था कि बच्चों के परीक्षा देने की विधिवत सूचना आरपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष भूपेन्द्र यादव को दी थी तथा परीक्षा प्रक्रिया से दूर रहा।
इन्हें किया गिरफ्तार
शोभा रायका, निवासी नागौर, रैंक 5
मंजू देवी, निवासी श्रीगंगानगर, रैंक 11
देवेश रायका, निवासी नागौर, रैंक 40
अविनाश पलसानिया, निवासी जयपुर, रैंक 86
बिजेन्द्र कुमार, निवासी झुंझुनूं, रैंक 92
अब से पहले 63 गिरफ्तार, इनमें से 37 चयनित अभ्यर्थी
एसओजी ने उप निरीक्षक पेपर लीक मामले में आधा दर्जन गैंग के 26 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। सुरेश ढाका को छोड़ अन्य सभी गैंग के आका जेल में हैं। इनमें जगदीश बिश्नोई, पोरव कालेर, अशोक नाथावत, भूपेन्द्र सारण, शेर सिंह मीना, गमाराम व अन्य शामिल हैं। इनके अलावा 37 थानेदार गिरफ्तार किए हैं। इनमें से 33 ऐसे हैं जो जाॅइनिंग के बाद आरपीए और किशनगढ़ पुलिस ट्रेनिंग सेंटर और जोधपुर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे थे। तीन ऐसे हैं जो चयनित तो हुए थे, लेकिन उन्होंने जॉइन नहीं किया था।