"त्योहारी सीजन में घी-तेल में मिलावट का भंडाफोड़" क्या वाकई में खाद्य पदार्थों में मिलावट के नाम पर हम "जहर" खा रहे हैं। बाजार में शुद्धता की गारंटी नाम मात्र की रह गई है। मात्र चार-पांच दिन में ही मिलावट के खिलाफ अभियान में 15 हजार किलो से अधिक नकली खाद्य सामग्री मिली है।
जयपुर। दीपावली के त्योहार के तहत मिलावट की रोकथाम के लिए संचालित विशेष अभियान के तहत अब तक लगभग 185 लीटर खाद्य तेल, 1100 किलो मसाले और 7550 लीटर घी, 6300 किलोग्राम शक्कर सीज की जा चुकी है। इस प्रकार 15200 किलोग्राम दूषित सामग्री पिछले चार-पांच दिनों में सीज की जा चुकी है।
साथ ही लगभग 200 लीटर दूषित खाद्य तेल, 630 किलोग्राम पनीर और 1900 किलोग्राम विभिन्न प्रकार की मिठाइयां, 300 लीटर दूध, 412 किलोग्राम ड्राई फ्रूट 100 किलोग्राम मिल्क केक, 500 किलो मावा, 120 किलो चासनी, 10 किलो लड्डू, 68 किलो रसगुल्ला, 125 किलो नमक, 38 किलो तेल, 260 किलो दूषित सोहनपपड़ी, 25 किलो खराब सब्जियां आदि इस अभियान के दौरान नष्ट कराये जा चुके हैं।
गुरुवार को फिर कार्रवाई, 1122 लीटर सरसों तेल सीज़
अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा एवं संयुक्त आयुक्त डॉ. एसएन धौलपुरिया के सुपरविजन में जयपुर स्थित कूकरखेड़ा अनाज मंडी में मैसर्स एमके ट्रेडर्स पर केंद्रीय दल के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की गई। मौके से मिलावट के शक के आधार पर मेजर ब्राण्ड सरसों तेल का नमूना लेकर 1122 लीटर सरसों तेल सीज़ किया गया। इसके अलावा मंडी स्थित मैसर्स शिव ट्रेडिंग कम्पनी के यहां से घी का नमूना लिया गया। नमूनों की रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
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