गत 14 अक्टूबर को जैसलमेर से जोधपुर जा रही निजी बस के आग के हवाले हो जाने से घटित भयावह दुखांतिका में मरने वालों का आंकड़ा एक बार फिर बढ़ गया है।
गत 14 अक्टूबर को जैसलमेर से जोधपुर जा रही निजी बस के आग के हवाले हो जाने से घटित भयावह दुखांतिका में मरने वालों का आंकड़ा एक बार फिर बढ़ गया है। जोधपुर एम्स में उपचाराधीन गोमट निवासी उबेदुला (50) पुत्र सुमार खां ने रविवार को दम तोड़ दिया। इसके साथ दुखांतिका में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 29 हो गई है। हादसे में गम्भीर रूप से झुलसे उबेदुला का जोधपुर में उपचार चल रहा था।
निधन के बाद परिजन शव को लेकर गोमट पहुंचे और वहां उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। जानकारी के अनुसार केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान, जैसलमेर में कार्यरत था। गौरतलब है कि गत 14 अक्टूबर को जैसलमेर से करीब 12 किलोमीटर दूर थईयात गांव के पास एसी स्लीपर बस में अचानक भीषण आग लग गई थी।
हादसे में तत्काल 19 जनों की मौत हो गई थी और 16 अधिक यात्री गंभीर रूप से झुलस गए थे। हादसे के बाद घायलों को जोधपुर ले जाकर उनका उपचार करवाया गया। जिसमें एक के बाद एक कई जनों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे के बाद एफएसएल जांच में आया कि बस में आग लगने का मुख्य कारण एयर कंडीशनिंग सिस्टम में शॉर्ट सर्किट था। बस में सुरक्षा मानकों में कई कमियां पाई गई।