हाथों में पचरंगी व सतरंगी ध्वजाओं के साथ कपड़े के घोड़े लेकर डीजे की धुन व बाबा के जयकारे लगाते रामदेवरा की तरफ बढ़ते श्रद्धालुओं के जत्थों के कारण रामदेवरा में माहौल धर्ममय नजर आ रहा है।
हाथों में पचरंगी व सतरंगी ध्वजाओं के साथ कपड़े के घोड़े लेकर डीजे की धुन व बाबा के जयकारे लगाते रामदेवरा की तरफ बढ़ते श्रद्धालुओं के जत्थों के कारण रामदेवरा में माहौल धर्ममय नजर आ रहा है। चारों तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ होने से महज 8 से 10 हजार की आबादी वाला रामदेवरा महानगर का रूप ले चुका है। लगातार 11वे दिन बाबा रामदेव समाधि दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की 2 किमी लंबी कतार मंगलवार को भी लगी रही। गौरतलब है कि बाबा रामदेव का ख्याति प्राप्त अंतरप्रांतीय भादवा मेला 25 अगस्त से ध्वजारोहण के साथ शुरू होगा, वहीं गत 11 दिन में लाखों श्रद्धालु रामदेवरा पहुंचे और कतारबद्ध होकर बाबा की समाधि के दर्शन किए। श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते कतारें बाबा की समाधि से करीब 3 किमी दूरी तक पहुंची। ऐसे में श्रद्धालुओं को दर्शनों के लिए 4 से 5 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। मंगलवार को दिन भर रामदेवरा में मेला पूर्व रौनक परवान पर नजर आई।
मंदिर परिसर के चारों तरफ एक पखवाड़े से श्रद्धालुओं की रेलमपेल देखने को मिल रही है। बाबा के जयकारे लगाते श्रद्धालुओं के जत्थे लगातार रामदेवरा पहुंच रहे हैं। मंदिर परिसर, रामसरोवर, परचा बावड़ी, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मेला चौक, करणी द्वार, नाचना चौराहा, पोकरण रोड, लिंक रोड सहित जगह-जगह श्रद्धालुुओं की चहल- पहल बनी हुई है।
रामदेवरा से लगते सभी मुख्य मार्गों पर पदयात्रियों का रेला लगा हुआ है। रामदेवरा से लगते पोकरण, फलोदी, विरमदेवरा-एकां मार्गों पर बाबा के जयकारे लगाते बड़ी ध्वजाएं और कपड़े के घोड़े लिए चल रहे श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। इसके अलावा डीजे की धुन पर नाचते-गाते श्रद्धालु रामदेवरा की तरफ बढ़ते नजर आ रहे हैं।
रामदेवरा में बाबा की समाधि के दर्शनों के बाद श्रद्धालु पोकरण पहुंच रहे हैं, जिससे पोकरण में भी मेले जैसा माहौल बना हुआ है। यहां आने वाले श्रद्धालु बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ आश्रम के दर्शन कर बालागढ़ फोर्ट, सालमसागर व रामदेवसर तालाब का भ्रमण कर रहे हैं। दर्शनों व भ्रमण के बाद श्रद्धालु बाजार से जमकर खरीदारी कर रहे हैं, जिससे पोकरण के मुख्य मार्गों पर भी रेलमपेल लगी है।
भादवा मेले की शुरुआत पूर्व गत 11 दिनों से श्रद्धालुओं की लंबी कतारें नजर आ रही है। मंदिर से करीब 2 किमी दूरी पर टिनशेड खत्म होने के बाद नोखा चौराहा पर छाया की कोई व्यवस्था नहीं दिखी। तेज धूप निकलने पर श्रद्धालुओं का यहां खड़े रहना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा पानी की व्यवस्था नहीं होने से श्रद्धालु बोतलें खरीदकर पानी पीते नजर आए।