जैसलमेर में पिछले दिनों से जारी तपिश और उमस के दोहरे सितम के बाद मंगलवार शाम को आसमान में छाई काली घटाएं झूम कर बरसी।
जैसलमेर में पिछले दिनों से जारी तपिश और उमस के दोहरे सितम के बाद मंगलवार शाम को आसमान में छाई काली घटाएं झूम कर बरसी। मोटी-मोटी बूंदों की निरंतर चली थिरकन से पहले धरती गीली हुई और बाद में कई जगहों पर पानी भर गया। इस दौरान शीतल बयार के चलने से मौसम बेहद खुशनुमा हो गया। कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहे लोगों ने दोनों बाहें फैला कर इस वर्षा का स्वागत किया। मकानों की छतों की नालियों से झरनों की तरफ गलियों व सडक़ों पर गिरते पानी के नीचे नहाने का भी उन्होंने लुत्फ उठाया। करीब 40 मिनट तक रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला चला। कई मुख्य सडक़ों सहित निचले क्षेत्रों में बरसाती पानी जमा हो गया। जैसलमेर के साथ आसपास के ग्रामीण अंचलों में भी धीमी से मध्यम श्रेणी की बारिश होने से किसानों व पशुपालकों के चेहरों पर राहत नजर आई। बरसात थमने के बाद वातावरण में ठंडक घुल गई। आसमान में बादल अब भी छाए हुए हैं। इससे पहले दिन की शुरुआत तेज गर्मी और उमस के साथ हुई। दोपहर में लोग पसीना-पसीना होने पर मजबूर रहे। दिन का अधिकतम तापमान 38.0 व न्यूनतम 27.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।