झुंझुनूं जिले के लालपुर गांव का लाल इकबाल अली पुत्र यासीन अली मंगलवार को ऑपरेशन रक्षक के दौरान शहीद हो गया। वे कुपवाड़ा (जम्मू-कश्मीर ) में तैनात थे। उनकी पार्थिव देह गुरुवार को गांव पहुंचेगी।
झुंझुनूं जिले के लालपुर गांव का लाल इकबाल अली पुत्र यासीन अली मंगलवार को ऑपरेशन रक्षक के दौरान शहीद हो गया। वे कुपवाड़ा (जम्मू-कश्मीर ) में तैनात थे। उनकी पार्थिव देह गुरुवार को गांव पहुंचेगी, जहां सुबह 10 बजे पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
हवलदार इकबाल अली 15 जनवरी 2003 को सेना में भर्ती हुए थे। 21 ग्रेनेडियर्स यूनिट में शामिल इकबाल के पिता हवलदार यासीन, दादा अफजल भी भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं। शहीद के चाचा, भाई, भतीजा भी राजस्थान पुलिस में सेवा दे रहे हैं। इकबाल का बुडाना गांव की नसीम बानो के साथ 2010 में निकाह हुआ था। उनके दस वर्ष की पुत्री मायरा है।
इकबाल पांच भाई बहनों में दूसरे नंबर पर थे। एक बड़े भाई की पहले ही सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। एक भाई विदेश में रहता है और एक गांव में ही रहता है। बहन की शादी हो गई।
निकलेगी तिरंगा यात्रा
इकबाल के भाई समीर ने बताया कि श्रीनगर से देर रात पार्थिव देह दिल्ली पहुंचेगी। जहां से सेना के जवान सड़क मार्ग से गुरुवार को झुंझुनूं लेकर आएंगे। शहीद के सम्मान में गुरुवार सुबह 8 बजे झुंझुनूं के अग्रसेन सर्किल से लालपुर गांव तक तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद गांव में उनको सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।