पाक विस्थापित की पीड़ा: वहां के हालात परेशान करने वाले, जोधपुर में मंगलवार को होगी शादी, जैसलमेर से आएगी बारात, सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान में नहीं भविष्य
एक पिता जिसके पूर्वज पाकिस्तान में रह रहे हैं, वह खुद भी पूरी उम्र वहीं रहा। लेकिन अब अगली पीढ़ी को वहां नहीं रखना चाहता। इसीलिए बेटे के बाद अब बेटी की भी शादी जोधपुर में करने जा रहे हैं। इसके लिए वह दो साल से भारत में रह रहे हैं। पाकिस्तान में जमींदारी है और लाखों-करोड़ों की सम्पत्ति है, लेकिन वहां परिवार सुरक्षित नहीं है पाकिस्तान के अमरकोट के रहने वाले गणपतसिंह सोढ़ा की बेटी मीना की शादी मंगलवार को जोधपुर में होने जा रही है। जैसलमेर से बारात आएगी।
सोढ़ा बताते हैं कि इस शादी के लिए वे दो साल से जोधपुर में हैं। इससे पहले उनके बेटे की शादी हुई और अभी उसकी नागरिकता के लिए प्रयास चल रहे हैं। उनके बड़े भाई व परिवार के कई लोग पहले से ही जोधपुर शिफ्ट हो चुके हैं।
सोढ़ा बताते हैं कि उनकी बेटी 9 साल से जोधपुर व भारत में ही रह रही है। उसने अपनी पढ़ाई भी यहां पर ही की थी। अगली पीढ़ी को पाकिस्तान में रहना पसंद नहीं है और सुरक्षा के लिहाज से भी भारत ही ठीक लगता है। अगली पीढ़ी का भविष्य भी वहां ज्यादा उज्जवल नहीं है। बेटा भी शादी के बाद यहीं व्यापार कर रहा है।
सोढ़ा बताते हैं कि कई लोगों की वीजा की समस्या है। ऐसे में पाकिस्तान से ज्यादा लोग नहीं आ सके। लेकिन इसके बावजूद कई लोग पाकिस्तान से आ रहे हैं। सोढ़ा खुद भी शादी के बाद वापस पाकिस्तान जाने की कम ही मंशा रखते हैं, लेकिन भारत में नागरिकता लेेने के लिए लम्बी प्रक्रिया से गुजरना होगा।