Kobra Snake in CG: कोरबा जिले में प्राकृतिक संसाधन से भरपूर कोरबा का जंगल कई दुर्लभ जीव-जंतुओं का आवास स्थल है। जंगल से भटककर कई बार जीव-जंतु रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं।
Kobra Snake in CG: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में प्राकृतिक संसाधन से भरपूर कोरबा का जंगल कई दुर्लभ जीव-जंतुओं का आवास स्थल है। जंगल से भटककर कई बार जीव-जंतु रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं। ऐसा ही एक मामला किंग कोबरा का सामने आया है। ग्राम कोरकोमा में रहने वाले एक ग्रामीण के आंगन में 13 फीट लंबा किंग कोबरा को सुरक्षित पकड़ा गया है। इसे दोबारा जंगल में छोड़ दिया गया है।
Kobra Snake in CG: वनमंडल कोरबा अंतर्गत झगरहा-चचिया मार्ग पर कोरकोमा स्थित है। गांव में रहने वाले एक व्यक्ति के आंगन में बीती रात किंग कोबरा देखा गया। सांप की लंबाई को देखकर घर वाले डर गए और उन्होंने इसकी सूचना आसपास रहने वाले लोगों को दिया। जानकारी सांपों के संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था नोवा नेचर वेलफेयर सोसायटी को दी गई। समिति के सदस्य कोरबा से सांप को रेस्क्यू करने के लिए कोरकोमा पहुंचे।
जिस ग्रामीण के आंगन में किंग कोबरा बैठा हुआ था उसके घर के बाहर बड़ी संया में ग्रामीण मौजूद थे। टीम ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर घर के अंदर प्रवेश किया और किंग कोबरा को पकड़ने का कार्य शुरू किया। सावधानी और सतर्कता के साथ टीम ने हुक की मदद से किंग कोबरा का रेस्क्यू कर बैग में डाला। देर रात यहां से उसे कोरबा वनमंडल अंतर्गत घने जंगल में छोड़ा गया। संस्था के अध्यक्ष एम.सूरज ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से कोरबा में किंग कोबरा के संरक्षण को लेकर कार्य किया जा रहा है।
अक्सर यह देखा जाता है कि सांपों को देखकर लोग डर जाते हैं और उसे मारने की कोशिश करते हैं जबकि संस्था की कोशिश है कि लोग सांपों को न मारें बल्कि बचाने में सहयोग करें। इसी उद्देश्य को लेकर एक रिस्पांस टीम तैयार की गई है जो कोरबा जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही है।
कोरकोमा में किंग कोबरा को पकड़ने वाले स्नैक केचर जितेंद्र सारथी ने बताया कि इसकी लंबाई लगभग 13 फीट थी। उन्होंने बताया कि यह दुनिया का इकलौता सांप है जो घोसला बनाकर अंडा देता है। एक बार में 30 से 45 अंडे देता है और 80 से 85 दिन तक अंडों को सेता है। जब तक कि अंडे से बच्चे नहीं निकल जाते तब तक बैठे रहता है। कोरबा वनमंडल में पसरखेत के आसपास वर्तमान में किंग कोबरा के होने की कई जानकारियां सामने आए हैं। इस क्षेत्र में कई बार इसे रिहायशी इलाकों से पकड़ा गया है।
किंग कोबरा को छत्तीसगढ़ में पहाड़चित्ती के नाम से जाना जाता है। यह सांप मध्य भारत अंतर्गत स्थित छत्तीसगढ़ में पाया जाता है। कोरबा वनमंडल में अभी तक कई किंग कोबरा को सुरक्षित तरीके से पकड़ा गया है। स्नैक केचर सारथी ने बताया कि इस सांप के डंसने के मामले अभी तक सामने नहीं आए हैं। इसकी फुंफकार से ही लोग डर जाते हैं। न ही इस सांप के काटने पर बाजार में कोई एंटी स्नैक वेनम मौजूद है। किंग कोबरा काफी जहरीला है बावजूद इसके किसी व्यक्ति पर हमला नहीं किया है। इस सांप को मारना भी गैरकानूनी है और अधिकतम सात साल तक की सजा का प्रावधान है।