Korba News: कोरबा जिले के जांबाज स्नैक कैचर जितेंद्र सारथी और सूरज एम ने ग्राम कोरकोमा बीती रात वन विभाग की टीम के साथ पहुंचे। वहां उन्होंने एक घर के आंगन में कुंडली जमाकर बैठे 13 फीट लंबे दुर्लभ किंग कोबरा सांप का रेस्क्यू किया, जिसे बाद में जंगल में छोड़ दिया गया। कोरबा को अब छत्तीसगढ़ के सर्पलोक के रूप में भी जाना जाने लगा है। वैसे जितेंद्र,सूरज और उन तमाम स्नैक कैचर के साहस को सलाम जो हमारी जान तो बचाते ही हैं, पर सर्प संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
नोवा नेचर टीम के अध्यक्ष एम सूरज ने बताया हम किंग कोबरा संरक्षण में पिछले कुछ सालों से कोरबा में काम कर रहे हैं, जिसमें यह पाया गया कि लोग इतने बड़े सांप को देखकर डर जाते हैं पर मारते नहीं, बल्की बचाने का प्रयास करते हैं। इसी कड़ी में हम पूरे कोरबा में रिस्पॉन्स टीम तैयार कर किंग कोबरा को बचाने में लगे हुए हैं। जितेंद्र सारथी ने बताया यह कोरबा जिले के साथ पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय हैं कि हमारे राज्य में दुनियां का दुर्लभ और विशालकाय किंग कोबरा पाया जाता है, जिसको बचाने में हम लागतार प्रयास रथ हैं। इसको बचाने के लिए सभी को आगे आना होगा। साथ ही लोगों को जागरूक करना होगा।