कोटा शहर साइबर सैल व एजीटीएफ की संयुक्त कार्रवाई करते हुए रेलवे कॉलोनी थाने में दर्ज हजयात्रा के नाम पर धोखाधड़ी के आरोपी को पुलिस ने उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
कोटा शहर साइबर सैल व एजीटीएफ की संयुक्त कार्रवाई करते हुए रेलवे कॉलोनी थाने में दर्ज हजयात्रा के नाम पर धोखाधड़ी के आरोपी को पुलिस ने उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
हजयात्रा के नाम पर धोखाधड़ी
एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 28 अप्रेल 2019 को फरियादी महात्मा गांधी कॉलोनी माला फाटक निवासी अब्दुल फारूख ने दी रिपोर्ट में बताया कि यादगार टूर एण्ड ट्रेवल्स के नाम से 5 जनवरी 2017 से हज व उमराह पर लोगों को भेजने का कार्य व उनके रहने व ठरने की पूरी व्यवस्था जमीरूद्दीन उर्फ मो. मजरुद्दीन करता है। साल 2019 की हज यात्रा के लिए 6 जोड़ों के 12 लोगों को हज की यात्रा कराने के लिए जमीरूद्दीन को 21 लाख 10 हजार रुपए दिए थे। हजयात्रा की तारीख नजदीक आने पर जमीरूद्दीन से सम्पर्क किया तो उसने फोन नहीं उठाया और सभी लोगों के साथ ठगी कर फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था।
5 साल से था फरार
उन्होंने बताया कि 5 साल से फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए साइबर सैल व एजीटीएफ टीम ने काफी प्रयास के बाद आरोपी बूंदी थाना कोतवाली क्षेत्र के नैनवां रोड महावीर कॉलोनी निवासी जमीरूद्दीन उर्फ मो. जमरूद्दीन (42) को उत्तरप्रदेश के बरेली से दस्तयाब कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी जिला स्तरीय टॉप 10 में चयनित बदमाशों में शामिल था। आरोपी के खिलाफ थाना कोतवाली, थाना अंता, रेलवे कॉलोनी, मकबरा व शाहपुरा जिला के जहाजपुर थाना में कुल 5 आपराधिक प्रकरण दर्ज है। आरोपी बूंदी के कोतवाली थाना में एनआई एक्ट के मामले में वांछित है।