Patrika Raksha Kavach: पहले तो दलपत सिंह घबरा गए, लेकिन उन्हें राजस्थान पत्रिका के सुरक्षा कवच अभियान की जानकारी थी। उन्होंने तुरंत समझ लिया कि यह ठगी का प्रयास है।
Patrika Raksha Kavach Campaign: साइबर अपराधी अब नए तरीके से ठगी कर रहे हैं। वे खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर लोगों को धमका रहे हैं और आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसी निजी जानकारी मांग रहे हैं। हाल ही में कोटा जिले के कुन्हाड़ी निवासी दलपत सिंह उलेड़ा के साथ ऐसा ही एक मामला सामने आया।
दलपत सिंह को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉलर ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और दावा किया कि उनके मोबाइल नंबर का गलत इस्तेमाल हो रहा है। ठग ने एफआईआर दर्ज होने की धमकी दी और दो घंटे के भीतर आधार, पैन और अन्य दस्तावेज जमा करने का दबाव बनाया।
पहले तो दलपत सिंह घबरा गए, लेकिन उन्हें राजस्थान पत्रिका के सुरक्षा कवच अभियान की जानकारी थी। उन्होंने तुरंत समझ लिया कि यह ठगी का प्रयास है। ठग ने दस्तावेज मांगे तो उन्होंने उसे बताया कि कॉल रिकॉर्ड की जा रही है। उन्होंने पुलिस को शिकायत करने की चेतावनी दी तो ठग ने कॉल काट दिया।
विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे ठग मानसिक दबाव बनाकर व्यक्तिगत जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं। ऐसे मामलों में -
धमकी भरे कॉल आने पर घबराएं नहीं।
अधिकारी बन जानकारी मांगने वालों से सावधान रहें।
ओटीपी या बैंक डिटेल किसी को न दें।
तत्काल साइबर सेल या पुलिस को सूचित करें।
अगर कोई खुद को सरकारी एजेंसी का अधिकारी बताकर धमकी दे, तो घबराएं नहीं। तुरंत पुलिस को सूचना दें।
सतीश चंद, सीआई, साइबर थाना