Fixing controversy in national games:38वें राष्ट्रीय खेलों में फिक्सिंग का मामला समाने आने से हड़कंप मचा हुआ है। आरोप है कि ताइक्वांडो के डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन (डीओसी) पदकों के लिए सौदेबाजी कर रहे थे। मामला सामने आते ही ताइक्वांडो के डीएसी को हटाकर उनके स्थान पर नई तैनात कर दी गई है।
Fixing controversy in national games: उत्तराखंड में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में फिक्सिंग का मामला समाने आने से हड़कंप मचा हुआ है। खेल तकनीकी आचरण समिति (जीटीसीसी) ने ताइक्वांडो प्रतियोगिता के डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन को हटा दिया है, उनकी जगह नए डीओसी तैनात कर दिए गए हैं। जीटीसीसी ने तीन सदस्यीय प्रतिस्पर्धा निवारण समिति (पीएमसीसी) की ओर से की गई कड़ी सिफारिशों के बाद टी प्रवीण कुमार की जगह एस दिनेश कुमार को ताइक्वांडो प्रतियोगिता के नए निदेशक के रूप में नामित किया। जीटीसीसी की अध्यक्ष सुनैना कुमारी के मुताबिक पीएमसीसी की सिफारिशें स्वीकार कर ली गई हैं। सुनैना ने सोमवार को जारी की गई विज्ञप्ति में कहा कि ताइक्वांडो प्रतियोगिता के पूर्व निदेशक के खिलाफ शिकायतें मिल रहीं थीं। इसके बाद यह कदम उठाया गया है। राष्ट्रीय खेलों के ताइक्वांडो में फिक्सिंग विवाद सामने आने से पूरे राज्य में खलबली मची हुई है।
राष्ट्रीय खेलों के तहत ताइक्वांडो की प्रतियोगिताएं पांच फरवरी से हल्द्वानी में होनी हैं। विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी सोमवार से ही हल्द्वानी पहुंच चुके हैं। इससे ठीक दो दिन पहले ही फिक्सिंग का खुलासा होने से चर्चाएं तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि मामले में उन खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों पर भी गाज गिर सकती है, जिन्होंने मैच फिक्सिंग के लिए सहमति जताई होगी।
राष्ट्रीय खेलों के तहत ताइक्वांडो में फिक्सिंग विवाद सामने आने से पूरे राज्य में हंगामा मचा हुआ है। आरोप है कि ताइक्वांडो डीओसी ने स्वर्ण पदक के लिए तीन लाख रुपये की मांग की थी। वहीं, रजत पदक के लिए दो लाख रुपये और कांस्य पदक के लिए एक लाख रुपये की मांग की गई थी। बताया जा रहा है कि ताइक्वांडो के मुकाबले शुरू होने से पहले 16 वजन श्रेणियों में 10 के नतीजे तय किए गए थे।भारतीय ओलंपिक संघ से भी प्रेस को जारी बयान में अध्यक्ष पीटी उषा ने जीटीसीसी के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, आईओए खिलाड़ियों के प्रति निष्पक्ष है।