Minister Dinesh Pratap Singh Says: योगी सरकार के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने अपने स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर बयान जारी किया है। मंत्री ने कहा, “मैं पूर्ण स्वस्थ हूँ और इलाज शांतिपूर्ण वातावरण में चल रहा है। DCM ब्रजेश पाठक मेरी देखरेख कर रहे हैं। इस बयान से उनके समर्थकों और जनता को राहत मिली है।
Dinesh Pratap Singh Health Update: योगी सरकार के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री और पूर्व MLC दिनेश प्रताप सिंह को अचानक ब्रेन हेमरेज की शिकायत के बाद लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक 3 अक्टूबर की रात वह नींद की दवा लेकर सोए थे, लेकिन सुबह उठने पर उन्हें चलने-फिरने में तकलीफ महसूस हुई। गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें अगले दिन, 4 अक्टूबर को लखनऊ लाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। मेदांता अस्पताल में चिकित्सकों ने दिनेश प्रताप सिंह की एमआरआई जांच की, जिसमें ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई। इसका असर उनके एक हाथ और एक पैर पर भी देखा गया। परिवार और चिकित्सक दोनों ही इस स्थिति को गंभीर मानते हुए लगातार उनकी देखभाल कर रहे हैं।
पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि दिनेश प्रताप सिंह के स्वास्थ्य पर राजनीतिक और मानसिक तनाव का असर भी पड़ा है। पिछले दो महीनों से उनके राजनीतिक जीवन में कई विवाद और घटनाएं घटी हैं, जिनका असर उनकी सेहत पर देखा जा सकता है। पहले कांग्रेस के पूर्व MLC दीपक सिंह ने दिनेश प्रताप पर गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद भाजपा विधायक अदिति सिंह ने भी उन पर सार्वजनिक रूप से सवाल उठाए।
10 सितंबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली आए थे। इस दौरान दिनेश प्रताप सिंह चर्चा में रहे। वह अपने समर्थकों के साथ राहुल गांधी के रास्ते पर धरने पर बैठ गए और “राहुल वापस जाओ” के नारे लगाए। इस दौरान उनके और पुलिसकर्मियों के बीच भी बहस हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय से चले राजनीतिक विवाद और तनाव भी स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं, विशेषकर मानसिक और न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य पर।
इस तरह उनका राजनीतिक करियर लगातार चुनौतियों और विवादों से भरा रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि लगातार राजनीतिक संघर्ष और चुनावी हार भी उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डालती रही होगी।
ब्रेन हेमरेज, जिसे हम आम बोलचाल में स्ट्रोक भी कहते हैं, मस्तिष्क में रक्त के बहाव में अचानक कमी या धमनी फटने की वजह से होता है।
दिनेश प्रताप सिंह की स्थिति में भी एक हाथ और एक पैर प्रभावित हुए हैं, और चिकित्सक लगातार उनकी फिजियोथेरेपी और दवा उपचार के माध्यम से उन्हें सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। कहना है कि स्ट्रोक का कारण उच्च रक्तचाप, मानसिक तनाव, नींद की दवाओं का सेवन और उम्र भी हो सकता है। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक दिनेश प्रताप सिंह इन सब पहलुओं से प्रभावित रहे हैं।
मेदांता अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि दिनेश प्रताप सिंह को तत्काल निगरानी में रखा गया है। उनका मेडिकल मॉनिटरिंग, फिजियोथेरेपी और दवा उपचार चल रहा है। डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें तनाव और जीवनशैली में बदलाव की सलाह भी दी गई है। चिकित्सकों का कहना है कि यदि मरीज समय पर इलाज और उचित देखभाल लें तो ब्रेन हेमरेज के असर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। परिवार और समर्थक लगातार उनके पास हैं और उनकी देखभाल कर रहे हैं।
विशेषज्ञ मानते हैं कि राजनीतिक नेताओं पर मानसिक और भावनात्मक दबाव का स्वास्थ्य पर बहुत असर पड़ता है। दिनेश प्रताप सिंह के मामले में:
इन सब कारणों से उनके स्वास्थ्य पर दबाव बढ़ा और ब्रेन हेमरेज जैसी गंभीर समस्या उत्पन्न हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि नेताओं को मानसिक स्वास्थ्य और जीवन शैली पर ध्यान रखना चाहिए। लंबे समय तक तनाव और भावनात्मक दबाव स्ट्रोक, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
दिनेश प्रताप सिंह का करियर दर्शाता है कि राजनीतिक दबाव और चुनावी संघर्ष अक्सर नेताओं के जीवन में गंभीर मानसिक और शारीरिक तनाव उत्पन्न कर सकते हैं।