UP Mega Project Lucknow Development: राजधानी लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन और एग्जिबिशन सेंटर की नींव रखने जा रही योगी सरकार अब राज्य की छवि को वैश्विक पटल पर स्थापित करने की दिशा में बड़ी छलांग ले रही है। इस प्रोजेक्ट से न केवल बड़े आयोजनों की मेजबानी होगी, बल्कि प्रदेश के विकास को नई रफ्तार भी मिलेगी।
UP Mega Project Yogi Government: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ अब विश्वस्तरीय आयोजनों की मेजबानी के लिए तैयार हो रही है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार ने अवध विहार योजना के अंतर्गत एक भव्य और अत्याधुनिक इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एग्जिबिशन सेंटर के निर्माण की योजना को मंजूरी दी है। यह प्रोजेक्ट न केवल राजधानी की सूरत बदलेगा बल्कि उत्तर प्रदेश को वैश्विक पहचान भी दिलाएगा।
कुल 1058.22 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह सेंटर 1.32 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला होगा और इसमें 10,000 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। इसमें एक 2500 सीटर ऑडिटोरियम, चार एग्जिबिशन हॉल, विशाल पार्किंग सुविधा, डिजिटल तकनीकों से लैस भवन और अन्य आधुनिक व्यवस्थाएं होंगी।
इस प्रोजेक्ट को नियोजन विभाग द्वारा ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) मोड में 18 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। विभाग ने योजना का खाका भी तैयार कर लिया है और अब निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है। इस परियोजना के तहत गुणवत्ता और विश्वस्तरीय मानकों का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
इस केंद्र को न सिर्फ आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा, बल्कि यह ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण संतुलन के लिए भी मिसाल बनेगा। यहां पर 300 किलोवॉट क्षमता वाला सोलर पावर स्टेशन स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही LED लाइटिंग, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, वाईफाई, फायर फाइटिंग यूनिट और इंटीग्रेटेड बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
यह सेंटर भविष्य में होने वाले बड़े सम्मेलनों, एग्जिबिशन, बिजनेस मीटिंग्स, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, और वैश्विक आयोजनों के लिए तैयार किया जा रहा है। इसमें ऑडियो-विजुअल सिस्टम, डिजिटल पब्लिक एड्रेस सिस्टम, अत्याधुनिक डिजिटल साइनेज और बैगेज स्कैनिंग जैसी व्यवस्थाएं होंगी।
कन्वेंशन सेंटर के बेसमेंट में बड़ी पार्किंग बनाई जाएगी जिसमें कार, टू-व्हीलर, बसों और भारी वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी। ड्राइवरों के लिए अलग लाउंज, सर्विस रूम, वॉकओवर पाथवे और टॉयलेट ब्लॉक्स की भी व्यवस्था की जाएगी।
परियोजना में भारतीय संस्कृति और कलात्मकता को भी जगह दी जाएगी। परिसर में कस्टमाइज्ड आर्ट वर्क लगाया जाएगा, जिससे यह सेंटर न केवल तकनीकी रूप से आधुनिक होगा, बल्कि सौंदर्य और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी समृद्ध होगा।
इस परियोजना के निर्माण से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। निर्माण कार्य, तकनीकी सेवाएं, सुरक्षा, संचालन आदि में युवाओं को नए अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की मेजबानी से लखनऊ को आर्थिक लाभ मिलेगा।