UP Cold Wave: मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने 22 जनवरी से यूपी में मौसम में बदलाव के संकेत दिए, पश्चिमी विक्षोभ के असर से कुछ जिलों में बूंदाबांदी और कोहरे की संभावना।
UP Weather Forecast: उत्तर प्रदेश के मौसम में 22 जनवरी से बदलाव आने की संभावना जताई जा रही है। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, जिसका असर प्रदेश के मौसम पर पड़ेगा। पश्चिमी यूपी के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी और तराई क्षेत्रों में घने कोहरे की संभावना है। यह बदलाव न केवल यूपी बल्कि पूरे उत्तर भारत में मौसम को प्रभावित कर सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
पश्चिमी विक्षोभ, जो एक मौसमी तंत्र है, उत्तर भारत में मौसम में अचानक बदलाव लाता है। इससे ठंडी हवाएं और बारिश की संभावना बढ़ जाती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 22 जनवरी से यह विक्षोभ सक्रिय होगा और इसका असर उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में देखा जाएगा। पश्चिमी यूपी के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, जबकि पूर्वी यूपी और तराई क्षेत्र में घना कोहरा छा सकता है।
कोहरे की संभावना
मौसम विभाग ने 22 जनवरी से 24 जनवरी के बीच यूपी के 10 तराई जिलों में घने कोहरे की संभावना जताई है। इन जिलों में देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, और महाराजगंज शामिल हैं। इन क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय दृश्यता कम हो सकती है, जिसके कारण सड़कों पर यात्रा करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
बूंदाबांदी और हल्की बारिश
पश्चिमी यूपी के कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी और बारिश की संभावना है। खासकर लखनऊ, कानपुर, और इलाहाबाद जैसे शहरों में मौसम में बदलाव देखा जा सकता है। हालांकि, बारिश ज्यादा तीव्र नहीं होगी, लेकिन यह ठंड को बढ़ा सकती है। मौसम विभाग ने इस समय के दौरान सर्दी और ठंड में इजाफा होने की संभावना जताई है।
मौसम में बदलाव के कारण
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के मौसम में बदलाव आ सकता है। यह विक्षोभ ठंडी हवाओं, बादलों, और हल्की बारिश का कारण बनता है, जिससे प्रदेश के मौसम में ठंडक महसूस हो सकती है। इसके अलावा, तराई क्षेत्रों में कोहरे के कारण दृश्यता कम हो सकती है, जो सड़क परिवहन और यात्री यातायात को प्रभावित कर सकता है।
यात्रियों के लिए चेतावनी
मौसम में इस बदलाव के कारण उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में यात्रा करने वाले यात्रियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। विशेषकर घने कोहरे के कारण सड़क पर यात्रा करते समय सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि कोहरे के कारण दृश्यता घट सकती है। मौसम विभाग ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाकर ही निकलें और मौसम की जानकारी लेते रहें।
कृषि पर असर
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, इस मौसम परिवर्तन का असर फसलों पर भी पड़ सकता है। ठंडी हवाएं और हल्की बारिश गेहूं और अन्य रबी फसलों के लिए लाभकारी हो सकती हैं, लेकिन घना कोहरा और अत्यधिक ठंड से कुछ फसलों को नुकसान भी हो सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम के बदलाव को ध्यान में रखते हुए अपनी फसल की देखभाल करें।
आगे का मौसम
मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि 23 जनवरी के बाद मौसम थोड़ा सामान्य हो सकता है, लेकिन 24 जनवरी तक ठंड और कोहरे का प्रभाव बना रह सकता है। इसके बाद एक बार फिर से तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है, और ठंड का असर कम हो सकता है।