Spix's macaw: स्थानांतरण से पहले पक्षियों को बर्लिन में 28 दिनों से ज्यादा समय तक क्वारंटीन से गुजरना पड़ा। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए गहन परीक्षण भी किया गया कि ये पक्षी ब्राजील के जंगली पर्यावरण पर असर डालने वाली किसी भी बीमारी से मुक्त हैं।
Macaws: रिलायंस के वनतारा ने स्पिक्स मैकॉ (सायनोप्सिटा स्पिक्सी ) को ब्राजील में फिर से लाने के लिए एसोसिएशन फॉर द कंजर्वेशन ऑफ थ्रेटेंड पैरट्स (ACTP) के साथ भागीदारी की है। साल 2020 में स्पिक्स मैकाऊ को जंगल में विलुप्त घोषित कर दिया गया था। अब वनतारा के सहयोगी, ग्रीन्स जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर (GZRRC) ने ACPT के साथ मिलकर 41 छोटे नीले मैकॉ को उनके मूल स्थान पर पुनर्वासित किया है। समूह में 23 मादा, 15 नर और तीन अलैंगिक किशोर शामिल थे जिन्हें 28 जनवरी को बर्लिन, जर्मनी में ACTP के प्रजनन केंद्र से स्थानांतरित किया गया था।
बता दें कि स्थानांतरण से पहले पक्षियों को बर्लिन में 28 दिनों से ज्यादा समय तक क्वारंटीन से गुजरना पड़ा। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए गहन परीक्षण भी किया गया कि ये पक्षी ब्राजील के जंगली पर्यावरण पर असर डालने वाली किसी भी बीमारी से मुक्त हैं।
स्थानांतरण की देखरेख दो पशु चिकित्सकों और ACTP के एक रखवाले ने की। इसके साथ ही वंतारा के GZRRC की एक विशेषज्ञ टीम भी शामिल थी। सुचारू प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सीमा पुलिस और संघीय सीमा शुल्क ने त्वरित निकासी के लिए हवाई अड्डे पर एक अस्थायी कार्यालय स्थापित किया। पक्षियों और उनके साथ आने वाले कर्मचारियों के परिवहन के लिए विशेष वाहनों की व्यवस्था की गई थी।
ACTP के संस्थापक मार्टिन गुथ ने कहा कि ACTP की ओर से हम स्पिक्स मैकॉज रीइंट्रोडक्शन प्रोजेक्ट में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए अनंत अंबानी और वंतारा के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।