Nepal Protest: बिहार के उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता सम्राट चौधरी नेपाल हिंसा के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।
बिहार के उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) ने नेपाल में जारी हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता के लिए कांग्रेस (Congress) पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने एक बयान में दावा किया कि अगर नेपाल भारत का हिस्सा होता, तो वहां शांति और समृद्धि होती, और यह स्थिति कांग्रेस की गलत नीतियों का परिणाम है।
चौधरी ने कहा, "नेपाल में आज जो अराजकता और हिंसा देखने को मिल रही है, उसकी जड़ में कांग्रेस की ऐतिहासिक भूलें हैं। अगर नेपाल और पाकिस्तान भारत का हिस्सा होते, तो आज वे भारत की तरह समृद्ध और स्थिर होते। कांग्रेस की नीतियों ने इन देशों को अलग किया, जिसका असर भारत की सुरक्षा और स्थिरता पर भी पड़ रहा है।"
नेपाल में हाल ही में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ शुरू हुआ जन-जेड (Gen-Z) आंदोलन हिंसक रूप ले चुका है। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, राष्ट्रपति आवास, और कई मंत्रियों के घरों में आगजनी और तोड़फोड़ की। इस हिंसा में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, और सैकड़ों लोग घायल हुए है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है, जिससे देश में सियासी संकट और गहरा गया है।
नेपाल की अस्थिरता का असर भारत-नेपाल सीमा पर भी देखने को मिल रहा है। बिहार के सात जिलों पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, सुपौल और किशनगंज में हाई अलर्ट जारी किया गया है। भारत-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) की तैनाती बढ़ा दी गई है, और मैत्री पुल पर कड़ी निगरानी की जा रही है। इसके अलावा, नेपाल से सटे बॉर्डर पर ट्रकों की 5 किलोमीटर लंबी कतार लग गई है, और कई यात्री फंसे हुए हैं।
सम्राट चौधरी ने कांग्रेस की नीतियों को न केवल नेपाल की अस्थिरता के लिए जिम्मेदार ठहराया, बल्कि यह भी कहा कि इन नीतियों ने भारत के पड़ोसी देशों में अराजकता को बढ़ावा दिया। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस "ऐतिहासिक सच्चाई" को समझें और कांग्रेस को इसके लिए जवाबदेह ठहराएं।