Cloudburst In Kishtwar: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आज बादल फटने से बाढ़ आ गई। इस वजह से कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
कुछ दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश के मंडी और उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से काफी तबाही मची थी। इसी तरह की घटना आज जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में हुई है। आज, गुरुवार, 14 अगस्त को किश्तवाड़ (Kishtwar) में बादल फट (Cloudburst) गया। यह घटना किश्तवाड़ जिले के मचैल माता मंदिर के यात्रा मार्ग पर चशोटी इलाके में हुई। बादल फटने से बाढ़ आ गई और आसपास की नदियाँ उफान पर आ गईं। बाढ़ में एक लंगर बह गया और कई घरों-इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है।
किश्तवाड़ में बादल फटने से कई लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के अनुसार अब तक 40 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। इस हादसे में 100 से ज़्यादा लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें चिकित्सकीय सहायता मुहैया कराई जा रही है।
इस हादसे के बाद 200 से ज़्यादा लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश में रेस्क्यू टीम जुटी हुई है। रेस्क्यू टीम ने करीब 100 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इस हादसे के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने और बाढ़ से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। स्थिति पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। बचाव और राहत कार्य जारी हैं। ज़रूरतमंदों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।"
किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना पर देश के गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah)ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) से बात की। शाह ने बताया कि स्थानीय प्रशासन, राहत और बचाव कार्य कर रहा है। एनडीआरएफ की टीमें तुरंत घटनास्थल पर भेज दी गई और स्थिति पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। शाह ने साफ कर दिया कि केंद्र सरकार हर परिस्थिति में जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है और ज़रूरतमंद लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जाएगी।