हसबुल्ला ने बताया कि पशुओं के चारे की कीमत बढ़ गई थी। उसने गायों को पराठा, कटहल और इमली के बीज की भूसी का मिश्रण खिलाना शुरू कर दिया। अधिकारियों के मुताबिक गायों के लिए पराठे के लिए निश्चित मात्रा तय की गई थी, लेकिन हसबुल्ला ने गायों को अधिक मात्रा में पराठे खिला दिए। केरल समेत दक्षिण के कई राज्यों में पराठा मैदा से तलकर बनाया जाता है।
केरल की एक गौशाला में गायों को चारे की जगह मैदा से बने पराठे और कटहल ठूंस-ठूंसकर खिलाने का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। पांच गायों की मौत हो गई और नौ को इलाज के लिए पशु चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। पशुपालन मंत्री ने गौशाला का दौरा कर नुकसान की भरपाई का आश्वासन दिया है। बताया जाता है कि डेयरी किसान हसबुल्ला 20 साल से डेयरी चलाकर कई गायों का पालन कर रहा था। कई गाय अचानक बेहोश होने लगीं।
किसान की सूचना पर पशु चिकित्सकों की टीम गौशाला पहुंची। जब जांच की गई तो पता चला कि पराठा और कटहल अधिक खाने से गायों की हालत बिगड़ी। हसबुल्ला ने बताया कि पशुओं के चारे की कीमत बढ़ गई थी। उसने गायों को पराठा, कटहल और इमली के बीज की भूसी का मिश्रण खिलाना शुरू कर दिया। अधिकारियों के मुताबिक गायों के लिए पराठे के लिए निश्चित मात्रा तय की गई थी, लेकिन हसबुल्ला ने गायों को अधिक मात्रा में पराठे खिला दिए। केरल समेत दक्षिण के कई राज्यों में पराठा मैदा से तलकर बनाया जाता है।
डिहाइड्रेशन से मौत
जिला पशुपालन अधिकारी डी. शाइन कुमार का कहना है कि अगर गाय बहुत अधिक पराठा, कटहल या चावल का दलिया खाती हैं तो उनके शरीर में लैक्टिक एसिड की मात्रा बढ़ सकती है। इससे डिहाइड्रेशन की समस्या होती है और जानवरों की मौत हो सकती है। अगर पराठा बासी है तो फंगस संक्रमण की आशंका रहती है। अत्यधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट गायों के लिए अच्छा नहीं है। जानवरों के लिए घास और हरा चारा ही सबसे उचित आहार है।