DGCA Report: डीजीसीए से सूचना के अधिकार (आटीआई) से पता चला है कि देश में बीते पांच में 65 फ्लाइट्स में उड़ान के दौरान विमान के इंजन हवा में या फिर टेकऑफ करते समय बंद हुए।
DGCA Report: देश में पिछले पांच साल में 65 फ्लाइट्स में उड़ान के दौरान विमान के इंजन हवा में या फिर टेकऑफ करते समय बंद हुए। इन सभी मामलों में पायलट एक ही इंजन से विमान को सुरक्षित रूप से नजदीकी एयरपोर्ट पर पहुंचाने में सफल रहे। इससे साफ है कि हर माह में एक विमान का इंजन बंद हो जाता है। यह खुलासा हाल में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से सूचना के अधिकार (आटीआई) से मिली जानकारी से हुआ।
खास बात है कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो की रिपोर्ट में भी अहमदाबाद में हुए एआई बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में भी ईंधन की आपूर्ति नहीं होने के कारण इंजन के बंद होने का उल्लेख किया गया है। यह आरटीआई से मिली जानकारी के पैटर्न से मेल खाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक 1 जनवरी, 2024 से 31 मई, 2025 के बीच 17 माह में 11 फ्लाइट्स से 'मेडे' कॉल आईं। इनमें तकनीकी गड़बड़ी की सूचना देकर इमरजेंसी लैंडिंग की मांग की गई। इनमें 12 जून दुर्घटनाग्रस्त हुआ बोइंग ड्रीमलाइनर और 19 जून को इंडिगो की गुवाहाटी-चेन्नई फ्लाइट शामिल नहीं है।
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स के अध्यक्ष कैप्टन सी.एस. रंधावा का कहना है कि इंजन बंद होने के मुख्य कारणों में ईंधन फिल्टर का अवरुद्ध होना, ईंधन का पानी से प्रदूषित होना, ईंधन की आपूर्ति में रुकावट आना और इंजन में किसी बाहर की वस्तु का प्रवेश करना शामिल है। इससे उड़ान संचालन बाधित हो सकता है।