Rainfall Alert: मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और बिहार में दस्तक दे दी है। साथ ही असम, मेघालय, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है।
Heavy Rain Alert: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के छह राज्यों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी करते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। मानसून ने तेजी से रफ्तार पकड़ ली है और कई राज्यों में जमकर बादल बरसने की संभावना है। इससे जहां गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं बाढ़ और जलभराव जैसी समस्याओं का खतरा भी बढ़ गया है।
IMD के अनुसार, असम, मेघालय, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। इन राज्यों में 19 जून तक तेज हवाओं, आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। खासकर महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, सतारा और रायगढ़ में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जहां अगले 16 घंटों में अत्यधिक भारी वर्षा की आशंका है। गुजरात के भावनगर और अन्य तटीय इलाकों में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और बिहार में दस्तक दे दी है। गुजरात में 20 दिन रुके रहने के बाद मानसून ने तेजी पकड़ी और अब यह राजस्थान की सीमा पर पहुंच गया है। मध्य प्रदेश में भी मानसून ने 19 जिलों को कवर कर लिया है, और छत्तीसगढ़ में अगले 48 घंटों में पूरे राज्य में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी।
ऑरेंज अलर्ट: उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, कोंकण-गोवा, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और केरल में भारी बारिश की संभावना के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
येलो अलर्ट: दिल्ली-एनसीआर में 18 जून को हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं (50-60 किमी/घंटा) की संभावना है। यह अलर्ट गुरुवार तक जारी रहेगा।
उत्तराखंड और राजस्थान: इन राज्यों में भी प्री-मानसून बारिश शुरू हो चुकी है, जिससे तापमान में कमी आई है।
भारी बारिश के कारण दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र में जलभराव और यातायात जाम की स्थिति देखी गई है। दिल्ली में मंगलवार को 12 उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। उत्तर प्रदेश में प्री-मानसून बारिश के कारण 22 लोगों की मौत की खबर है, जिसके चलते प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
IMD ने लोगों से अपील की है कि वे बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें और मौसम की चेतावनियों का पालन करें। खासकर रेड और ऑरेंज अलर्ट वाले इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन से बचने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है।