राष्ट्रीय

अगले 7 दिनों तक इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल, IMD ने जारी किया अलर्ट

IMD Heavy Rain Alert: मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल, बिहार के कुछ क्षेत्रों, झारखंड, उत्तर छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर राजस्थान, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

2 min read
Jul 16, 2025
rain alert (Photo - ANI)

Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई राज्यों में अगले सात दिनों तक भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। सक्रिय मॉनसून और चक्रवाती हवाओं के प्रभाव के कारण उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश की संभावना है। IMD ने राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए बाढ़, भूस्खलन और शहरी क्षेत्रों में जलभराव की आशंका जताई है।

इन राज्यों में भरी बारिश की संभावना

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, 21 जुलाई को जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही, 17 जुलाई तक राजस्थान में भी भारी बारिश की संभावना है। इसके अतिरिक्त, 17 से 21 जुलाई तक उत्तराखंड में और 17 जुलाई को पूर्वी उत्तर प्रदेश में बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग ने अगले सात दिनों तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और मैदानी इलाकों में कई जगहों पर गरज, बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है।

आज यहां हो सकती है बारिश

आज 16 जुलाई को पश्चिम बंगाल, बिहार के कुछ क्षेत्रों, झारखंड, उत्तर छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर राजस्थान, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, साथ ही कुछ जगहों पर भारी बारिश भी हो सकती है।

विशेषज्ञ ने बताई वजह

IMD के अनुसार, मॉनसून की सक्रिय ट्रफ रेखा और अरब सागर से नमी की आपूर्ति के कारण बारिश का यह दौर तीव्र होगा। हिमालयी क्षेत्रों में चक्रवाती हवाओं और निचले स्तर की नमी के कारण भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, “जुलाई में मध्य और निकटवर्ती प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। बाढ़ संभावित क्षेत्रों में नदियों के जलस्तर पर नजर रखना जरूरी है।"

Also Read
View All

अगली खबर