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PM Modi New Cabinet: मोदी के मंत्रीमंडल में कितने मंत्री हो सकते हैंं शामिल, जानिए क्या कहता है संविधान का 91वां संशोधन

PM Modi New Cabinet: नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रपति भवन में लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे हैंं। यह खास उपलब्धि हासिल करने वाले मोदी पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे व्यक्ति हैं।

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PM Modi New Cabinet: नरेंद्र मोदी आज शाम 7:15 बजे राष्ट्रपति भवन में लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे हैंं। यह खास उपलब्धि हासिल करने वाले मोदी पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे व्यक्ति हैं। इसी बीच सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि एनडीए से चुने गए कौन से सांसद मोदी के मंत्रिमंडल और मंत्रिपरिषद में अंतिम रूप से जगह बना पाएंगे। ये मंत्री भी आज ही शपथ लेंगे। मोदी को अपनी सरकार चलाने के लिए गठबंधन सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ता है, इसलिए मंत्रालयों का प्रभार इस तरह से वितरित किए जाने की संभावना है।

मंत्रिमंडल के गठन को लेकर क्‍या है नियम

संविधान (91वां संशोधन) अधिनियम, 2003, भारत में संघ और राज्य सरकारों दोनों में नियुक्त किए जा सकने वाले मंत्रियों की संख्या पर विशिष्ट सीमाएं निर्धारित करता है। इस संशोधन के अनुसार, मंत्रिपरिषद में प्रधानमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या, लोक सभा के कुल सदस्यों की संख्या के 15 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती। लोकसभा में 543 सदस्यों के साथ, इसका मतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री के अलावा केवल 80 मंत्री हो सकते हैं।

मंत्रालयों या विभागों की संख्या हो सकती है अलग-अलग

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मंत्रियों की संख्या सीमित होने के बावजूद, भारत का संविधान केंद्र सरकार के मंत्रालयों (विभागों) की संख्या पर कोई विशेष सीमा नहीं लगाता है। प्रशासनिक आवश्यकताओं, नीतिगत प्राथमिकताओं और प्रधानमंत्री के विवेक के आधार पर मंत्रालयों या विभागों की संख्या अलग-अलग हो सकती है। प्रभावी शासन सुनिश्चित करने के लिए कार्यकारी निर्णयों के माध्यम से मंत्रालयों का निर्माण, विलय या विघटन किया जा सकता है।

पिछले दो कार्यकालों में मोदी के मंत्रिमंडल का विकास

मोदी के पिछले कार्यकालों में, उनके मंत्रिमंडल अपेक्षाकृत छोटे से शुरू हुए और फिर समय के साथ विस्तारित हुए। 2014 के चुनावों के बाद नरेंद्र मोदी की सरकार ने 45 सदस्यों वाली मंत्रिपरिषद के साथ शुरुआत की, जिसमें 23 कैबिनेट मंत्री, 10 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 12 राज्य मंत्री शामिल थे। उनके कार्यकाल के छह महीने बाद, 9 नवंबर, 2014 को पहला बड़ा विस्तार हुआ, जिसमें 21 नए मंत्री शामिल हुए और कुल मंत्रियों की संख्या 66 हो गई।

2027 में हुआ बड़ा फेरबदल

इसके बाद जुलाई 2016 और सितंबर 2017 में हुए महत्वपूर्ण फेरबदल ने परिषद का और विस्तार किया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 7 जुलाई, 2021 को बड़े फेरबदल के समय तक परिषद का आकार 77 सदस्यों तक पहुंच गया था, जिसमें 36 नए चेहरे और कैबिनेट रैंक में 7 पदोन्नति शामिल थीं।

दूसरी मोदी सरकार में 58 सदस्यों की मंत्रिपरिषद

साल 2019 के आम चुनावों के बाद, दूसरी मोदी सरकार में शुरू में 58 सदस्यों वाली मंत्रिपरिषद थी: 24 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 25 राज्य मंत्री। अगले कुछ वर्षों में इस संरचना में कई विस्तार और फेरबदल हुए। 20 मार्च, 2024 तक दूसरी मोदी सरकार में एक संरचित मंत्रिपरिषद थी जिसमें प्रधानमंत्री, 29 कैबिनेट मंत्री, 3 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 42 राज्य मंत्री शामिल थे।

Updated on:
09 Jun 2024 01:00 pm
Published on:
09 Jun 2024 12:55 pm
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