Post Office Small Saving Scheme: केंद्र सरकार देश को आर्थिक मदद देने के लिए कई तरह की स्कीम चला रही है। सीनियर सिटीजन (Senior Citizen) से लेकर महिलाओं तक के लिए कई योजनाएं हैं। सरकार की ज्यादातर योजनाएं पोस्ट ऑफिस (Post Office) के की ओर से संचालित हैं। ऐसे ही एक योजना पोस्ट ऑफिस के जरिए चलाई जा रही है, जो सिर्फ 2 साल में 2.32 लाख रुपये देगी।
Post Office Small Saving Scheme:केंद्र सरकार देश को आर्थिक मदद देने के लिए कई तरह की स्कीम चला रही है। सीनियर सिटीजन (Senior Citizen) से लेकर महिलाओं तक के लिए कई योजनाएं हैं। सरकार की ज्यादातर योजनाएं पोस्ट ऑफिस (Post Office) के की ओर से संचालित हैं। ऐसे ही एक योजना पोस्ट ऑफिस के जरिए चलाई जा रही है, जो सिर्फ 2 साल में 2.32 लाख रुपये देगी। ये योजना स्मॉल सेविंग स्कीम (Small Saving Scheme) के नाम ले जानी जाती है। पोस्ट ऑफिस के तहत संचालित सभी योजनाओं में रिस्क न के बराबर होता है। साथ ही TAX बेनिफिट्स से लेकर मंथली इनकम और गारंटी रिटर्न का लाभ मिलता है। वहीं कुछ योजनाएं रिटायरमेंट के लिए होती हैं, जो आपके रिटायर्ड होने पर आर्थिक मदद की गारंटी देती हैं। आज हम पोस्ट ऑफिस की महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट (Mahila Samman Saving Certificate) स्कीम के बrरे में जानते हैं पूरी डिटेल-
महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए सरकार की ओर से महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम की शुरुआत की गई। इस योजना के तहत 1000 रुपये से लेकर 2 लाख रुपये तक डिपॉजिट कर सकते हैं। जमा किया गया पैसा केवल 100 के गुणकों में ही होना चाहिए। इस योजना के तहत दूसरा अकाउंट खोलने की तारीख में 3 महीने का अंतर होना चाहिए। इस योजना के तहत कई खाते खोले जा सकते हैं, लेकिन डिपॉजिट अमाउंट अधिकतम 2 लाख रुपये से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
इस योजना में ब्याज की दर 7.5% सालाना है। इस योजना मैच्योरिटी अवधि सिर्फ 2 के टाइम की है। आंशिक निकासी की सुविधा परिपक्कता से पहले केवल एक बार के लिए ही है। हालांकि, जमा की तिथि से एक वर्ष के बाद बची रकम का अधिकतम 40% तक हिस्सा निकाला जा सकता है। आप इस योजना में अगर अधिकतम 2 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो 7.50 फीसदी के ब्याज के हिसाब से ₹32044 का ब्याज मिलेगा। ऐसे में कुल मिलाकर दो साल में 2,32044 रुपये मैच्योरिटी पर दिए जाएंगे।
अकाउंट होल्डर्स की मृत्यु पर नॉमिनी या परिवार के सदस्य ये जमा राशि निकाल सकते हैं। जीवन-घातक बीमारियों के मामले में चिकित्सा सहायता के लिए राशि निकाली जा सकती है। पैसा निकालने के बाद आप अकाउंट बंद भी करा सकते हैं। अकाउंट खोलने के 6 महीने के बाद अकाउंट को बंद कराने की अनुमति है। ऐसे में आपको 2 फीसदी कम ब्याज के हिसाब से अमाउंट दिया जाएगा।