एआईयूडीएफ के प्रमुख और असम के धुबरी लोकसभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल को लगता है कि उनकी पार्टी फिलहाल 'इंडिया' ब्लॉक का हिस्सा न हो लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी को उनकी जरूरत पड़ सकती है।
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख और असम के धुबरी लोकसभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल को लगता है कि भले ही उनकी पार्टी फिलहाल 'इंडिया' ब्लॉक का हिस्सा न हो लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी को उनकी जरूरत पड़ सकती है। उन्हें लगता है कि चुनाव के बाद एक नया तीसरा मोर्चा बन सकता है।
'इंडिया' ब्लॉक में एआईयूडीएफ की गैर-मौजूदगी को लेकर एक साक्षात्कार के दौरान मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने कहा, नीतीश कुमार और शरद पवार ने उन्हें साफ शब्दों में कहा था कि उनकी पार्टी इंडिया ब्लॉक का हिस्सा इसलिए नहीं हो सकती क्योंकि राहुल गांधी गठबंधन में टोपी और दाढ़ी वाले शख्स को नहीं चाहते। राहुल गांधी को डर है कि इससे हिंदुओं के वोटों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
असम की धुबरी लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में मतदान होगा। मौलाना बदरुद्दीन अजमल यहां से लगातार तीन बार के सांसद हैं और चौथी बार चुनाव मैदान में हैं। पिछले विधानसभा चुनावों और यूपीए में भी एआईयूडीएफ कांग्रेस की सहयोगी रही है। अजमल न केवल फिर से चुने जाने पर 700 मदरसे बनवाने का वादा करते हैं, बल्कि यह दावा भी करते हैं कि धुबरी के लिए उन्होंने जो किया, वह कांग्रेस सौ साल में भी नहीं कर सकती। धुबरी में उनका मुकाबला कांग्रेस के रकीबुल हुसैन और एनडीए के सहयोगी असम गण परिषद के जाबेद इस्लाम से है।