Reservation Policy Protest: जम्मू कश्मीर में सोमवार को आरक्षण नीति को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया। सीएम उमर अब्दुल्ला के आवास के बाहर सैकड़ों छात्र और कई राजनीतिक नेता इकट्ठा हुए और राज्य सरकार से आरक्षण नीति की समीक्षा की मांग की।
Reservation Policy: जम्मू कश्मीर में सोमवार को आरक्षण नीति (Reservation Policy) को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया। सीएम उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के आवास के बाहर सैकड़ों छात्र और कई राजनीतिक नेता इकट्ठा हुए और राज्य सरकार से आरक्षण नीति की समीक्षा की मांग की। इस साल के शुरू में यह नीति उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के नेतृत्व वाले प्रशासन ने लागू की थी। विरोध प्रदर्शन में छात्रों के साथ उमर अब्दुल्ला की पार्टी के सदस्य और सांसद रूहुल्लाह मेहदी भी मौजूद थे। इसके अलावा पीडीपी नेता वहीद पारा और इल्तिजा मुफ्ती (Iltija Mufti) के साथ आवामी इतिहाद पार्टी के नेता शेख खुर्शी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। वहीं अब्दुल्ला के बेटे भी मेहदी और छात्रों के साथ शामिल होने के लिए बाहर आए और प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाई।
बता दें कि NC नेता मेहदी ने रविवार को प्रदर्शन की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि वह जम्मू-कश्मीर में मौजूदा आरक्षण नीति के खिलाफ शांतिपूर्वक विरोध करेंगे, जो अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद लागू की गई थी।
छात्रों के विरोध प्रदर्शन में पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती शामिल हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम यहां राजनीति करने नहीं आए हैं। उन्होंने आगे कहा कि घाटी में राजनीति अनुच्छेद 370 और राज्य का दर्जा बहाल करने के इर्द-गिर्द घूमती है और कोई भी युवाओं के बारे में बात नहीं करता। मुफ्ती ने कहा कि उनकी बहुत बुनियादी मांगें हैं- जैसे आरक्षण न्यायसंगत होना चाहिए और भेदभावपूर्ण नहीं होना चाहिए। हम आशा करते हैं कि जो सरकार भारी जनादेश के साथ सत्ता में आई है और इस वादे के साथ कि वे आरक्षण को तर्कसंगत बनाएंगे। हम आशा करते हैं कि NC सरकार समयबद्ध तरीके से अपने वादों को पूरा करेगी।
विरोध प्रदर्शन शुरू होने के कुछ घंटों बाद सीएम उमर अब्दुल्ला ने छात्रों को बुलाया और अपने कार्यालय में उनसे बात की। उन्होंने छात्रों से मिलने के बाद एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि आज मैंने ओपन मेरिट स्टूडेंट्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। लोकतंत्र की खूबसूरती यह है कि हमें सुनने का अधिकार है और आपसी सहयोग की भावना से संवाद करना है। मैंने उनसे कुछ अनुरोध किए हैं और उन्हें कई आश्वासन भी दिए हैं। संवाद का यह चैनल बिना किसी बिचौलिए या दलाल के खुला रहेगा।
सीएम उमर अब्दुल्ला से मुलाकात के बाद एक छात्र ने कहा हमने आरक्षण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की, इसके लिए जो उप-समिति बनाई गई थी। वह समानांतर काम करेगी और समयबद्ध तरीके से इसका समाधान करेगी। हमारा मुख्य मुद्दा NEET-PG से जुड़ा है, हम उसमें तत्काल राहत चाहते हैं और उन्होंने (सीएम ने) हमें इसका आश्वासन दिया है। यह कोई विरोध प्रदर्शन नहीं बल्कि एक चेतावनी है।