हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और एडीजीपी (ADGP) रैंक के वाई एस पूरन कुमार सिंह ने अपने सरकारी आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और एडीजीपी (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक) रैंक के वाई एस पूरन कुमार सिंह ने आज चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना पुलिस महकमे में हड़कंप मचा रही है। चंडीगढ़ पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है, लेकिन आत्महत्या की सटीक वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।
पूरन कुमार सिंह हरियाणा कैडर के 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। वे फिलहाल आईजी (पुलिस महानिरीक्षक) पीटीसी (पुलिस प्रशिक्षण केंद्र) सुनारिया के पद पर तैनात थे। घटना चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित उनके आवास (कोठी नंबर 116) पर हुई, जहां उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। सूचना मिलते ही चंडीगढ़ के आईजी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
सूत्रों के अनुसार, पूरन की हालिया तैनाती को लेकर विभाग में मनमुटाव था। मात्र आठ दिन पहले, 29 सितंबर 2025 को उनकी ट्रांसफर रोहतक की सुनारिया जेल में आईजी के पद पर हुई थी। यही वह जेल है जहां डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम साध्वियों से यौन शोषण मामले में सजा काट रहे हैं। ट्रांसफर के बाद वे चंडीगढ़ लौटे थे, लेकिन नई पोस्टिंग को लेकर मानसिक तनाव में थे। हालांकि, पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक वजह का खुलासा नहीं किया है।
हरियाणा डीजीपी सत्यजीत कपूर ने घटना पर शोक व्यक्त किया है और कहा है कि पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है। "यह हमारी पुलिस सेवा के लिए एक बड़ी क्षति है। अधिकारी के परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं," डीजीपी ने कहा। चंडीगढ़ पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए हैं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
पूरन कुमार सिंह का करियर काफी चर्चित रहा है। वे पहले रोहतक रेंज के आईजी रह चुके थे और विभिन्न संवेदनशील मामलों में सक्रिय भूमिका निभा चुके थे। 2023 में उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर गृह मंत्री को पत्र लिखा था, जिसमें खतरे की आशंका जताई गई थी।